पटना: बिहार विधान परिषद की 11 सीटें खाली हो रही हैं. 21 मार्च को इन 11 सीटों के लिए चुनाव होगा. मंगलावर (05 मार्च) को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने नामांकन दाखिल किया. उनके साथ खालिद अनवर और संतोष मांझी ने भी पर्चा भरा. एनडीए से बीजेपी के तीन उम्मीदवारों का नामांकन होना अभी बाकी है. उम्मीदवारों का एलान अभी नहीं हुआ है.


नामांकन दाखिल करने के बाद खालिद अनवर ने कहा, "अपने नेता नीतीश को धन्यवाद देता हूं. लगातार दूसरी बार मुझे विधान परिषद भेजा जा रहा है. नीतीश सभी वर्गों के साथ न्याय करते हैं. सभी को साथ लेकर चलते हैं. बिहार में वोटिंग की परंपरा रही नहीं है. मुझे लगता है कि सभी का निर्विरोध निर्वाचन हो जाएगा."


संतोष सुमन ने एनडीए को दिया धन्यवाद


वहीं नामांकन दाखिल करने के बाद हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष संतोष मांझी ने कहा कि एनडीए के सहयोगी दलों को वह धन्यवाद देते हैं. दोबारा वे विधान परिषद जा रहे हैं. कहा, "हमको विधान परिषद भेजना हमारी पार्टी का निर्णय है. हमारी पार्टी एनडीए में लोकसभा चुनाव लड़ेगी. जल्द सीट बंटवारा भी हो जाएगा. हमारी पार्टी कितनी सीटों पर लड़ेगी लोकसभा चुनाव इस पर बात हो रही है." बता दें कि संतोष मांझी के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन फिर से एमएलसी फिर से बनने जा रहे हैं. मंत्री भी हैं.


नहीं आएगी वोटिंग की नौबत


विधायकों के मौजूदा संख्या बल के मुताबिक एनडीए से छह और महागठबंधन के पांच उम्मीदवार परिषद में चुने जा सकते हैं. निर्विरोध चुने जाने पर वोटिंग की नौबत नहीं आएगी. विधान परिषद की एक सीट के लिए 21 विधायकों की जरूरत है. बिहार विधान परिषद की जिन 11 सीटों के लिए 21 मार्च को चुनाव होना है उसमें फिलहाल एनडीए के पास आठ सीटें हैं. महागठबंधन के पास तीन है. 11 मार्च तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे.


कौन-कौन सी सीटें हो रहीं खाली?


जो सीटें खाली हो रही हैं उनमें बीजेपी से मंगल पांडेय, शाहनवाज हुसैन और संजय पासवान हैं. जेडीयू से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, संजय झा, रामेश्वर महतो और खालिद अनवर की सीट खाली हो रही है. आरजेडी से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और रामचंद्र पूर्वे की सीट खाली हो रही है. कांग्रेस से प्रेमचंद्र मिश्रा और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संतोष सुमन की एक-एक सीट खाली हो रही है.


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