पटनाः बिहार की बाढ़ लोकसभा सीट से पांच बार सांसद रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को वर्चुअल तरीके से बाढ़ में सामुदायिक भवन और अन्य योजनाओं का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि आखिर किस वजह से उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ना छोड़ दिया.


सीएम नीतीश ने कहा, "बाढ़ से हमारा काफी लगाव रहा है, लेकिन संसदीय क्षेत्र खत्म हो गया. सोचिए मुझे कितना दुख हुआ होगा? बाढ़ संसदीय क्षेत्र खत्म होते ही मैंने फैसला कर लिया कि अब चुनाव नहीं लड़ूंगा." अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कि बाढ़ को भूलना मुमकिन नहीं है. यहां बता दें कि नीतीश कुमार बाढ़ से जीतने के बाद ही पहली बार केंद्र में राज्यमंत्री बनाए गए थे.


16 किलोमीटर तक पैदल चलते थे नीतीश कुमार


शनिवार को आयोजित वर्चुअल समारोह में नीतीश कुमार ने कहा कि पहले जब वह इस इलाके से सांसद थे तब हमेशा क्षेत्र में घुमते थे. लगातार 12-12 किमी तक पैदल क्षेत्र भ्रमण करते थे. एक दिन तो 16 किमी तक पैदल चले गए. उन्होंने कहा कि वो इस इलाके के विकास को लेकर संकल्पित हैं. इस कार्यक्रम में उनके साथ मुंगेर के सांसद ललन सिंह भी मौजूद थे.


नीतीश का बाढ़ से है पुराना रिश्ता


बाढ़ का अस्तित्व संसदीय क्षेत्र के तौर पर 2004 के 14वीं लोकसभा चुनाव तक ही रहा था. नीतीश कुमार इस सीट से लगातार पांच बार सांसद चुने गए थे. 1989, 1991, 1996, 1998 और 1999 में जीत दर्ज करने के बाद 2004 में लालू यादव के उम्मीदवार विजयकृष्ण से चुनाव हार गए थे. ज्ञात हो कि उस वक्त नीतीश कुमार केंद्र में रेल मंत्री भी थे.


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