सीएम नीतीश कुमार के मंत्री ने प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर दिया बड़ा बयान, जानें- क्या कहा?
मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जरूरतमंदों को 2 दिन के अंदर जॉब कार्ड मुहैया कराया जाए. इसके बाद उन्हें मनरेगा के तहत तक काम भी मुहैया कराया जाएगा.
पटना: देश भर में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. रोजाना कोरोना के हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं. देश फिर एक बार सम्पूर्ण लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है. ऐसे में देश में लॉकडाउन की आशंका को देखते हुए लगातार दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूर वापस से अपने घर लौट रहे हैं. प्रवासी मजदूरों की बिहार वापसी का सिलसिला जारी है.
समय रहते अपने गांव पहुंच जाना चाहते हैं मजदूर
महाराष्ट्र हो या गुजरात, हरियाणा, दिल्ली सभी राज्यों में काम करने वाले बिहारी मजदूर वापस अपने घर को आ रहे हैं. इन मजदूरों को ऐसा लगता है कि अगर इस बार भी कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा तो उनके लिए स्थिति बेहद खराब हो जाएंगी. पिछले लॉकडाउन का अनुभव बेहद खट्टा होने के कारण इस बार यह मजदूर समय रहते अपने गांव पहुंच जाना चाहते हैं.
प्रवासी मजदूरों को तत्काल जॉब कार्ड बनाकर देगी सरकार
इधर, प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर नीतीश सरकार भी अभी से सक्रिय हो गई है. सरकार ने बिहार में हर जरूरतमंद को काम दिलाने का फैसला किया है. राज्य के ग्रामीण विकास विभाग ने इसके लिए पूरा प्लान तैयार कर रखा है. विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि हम बिहार वापस लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को तत्काल जॉब कार्ड बनाकर देने को तैयार हैं.
उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जरूरतमंदों को 2 दिन के अंदर जॉब कार्ड मुहैया कराया जाए. इसके बाद उन्हें मनरेगा के तहत तक काम भी मुहैया कराया जाएगा. बहरहाल, बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने का दावा तो किया है, लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है, ये समय ही बताएगा.
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