CM नीतीश कुमार का सिपाही निकला करोड़पति, EOU रेड में आय से 544 फीसदी अधिक की मिली संपत्ति
मूल रूप से भोजपुर के रहने वाले धीरज कुल 07 भाई हैं. वे सामान्य किसान परिवार से आते हैं.सेवा में आने से पूर्व इनके पास करीब 3-4 बीघा पुश्तैनी जमीन होने की सूचना है.
पटना: बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज के नौ ठिकानों पर मंगलवार को आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान जो बातें सामने आई, वो चौंकाने वाली हैं. दरअसल, धीरज द्वारा अपने सेवा काल में आय के ज्ञात व वैध स्रोतों से करीब साढ़े नौ करोड़ रुपये की अधिक परिसम्पत्तियां अर्जित किए जाने के सबूत अब तक मिले हैं, जो उनके वास्तविक आय से लगभग 544 प्रतिशत अधिक हैं.
दस्तावेजों की जांच की जाएगी
वहीं, धीरज द्वारा अन्य कई परिसंपत्तियों और वाहनों के खरीद किए जाने के संबंध में भी सूचना मिली है, जिसका सत्यापन किया जा रहा है. तलाशी के क्रम में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे जमीन का निबंधन दस्तावेज, जीवन बीमा, पॉलिसियां, बैंक खातों एवं वाहनों के क्रय संबंधी दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिसकी जांच की जाएगी. विभाग को मानें तो अवैध तरीके से अर्जित किए हुए परिसंपत्तियों के मूल्य में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है.
परिवार के आठ लोगों पर मामला दर्ज
बता दें कि धीरज के संबंध में विश्वस्त सूत्रों से आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना को सूचना प्राप्त हुई थी कि उन्होंने अपने पद का भ्रष्ट दुरूपयोग कर खुद के और अपने परिजनों के नाम पर करोड़ों की परिसंपत्तियां अर्जित की हैं, जो कि उनके लोक सेवक अवधि में प्राप्त ज्ञात आय के स्रोत से काफी अधिक हैं. उक्त सूचना का सत्यापन किया गया और पुष्टि होने पर धीरज समेत उनके आठ परिजनों पर इसी साल 20 फरवरी को धारा 13(2) सहपठित धारा 13(1)(बी) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 यथा संशोधित 2018 दर्ज किया गया.
किसान परिवार से आते हैं धीरज
जानकारी अनुसार धीरज की सिपाही के पद पर साल 1988 के 13 मई को नालंदा जिला बल में नियुक्ति हुई थी. इनकी सेवा अवधि करीब 33 वर्ष 02 महीने हुई है. मूल रूप से भोजपुर के रहने वाले धीरज कुल 07 भाई हैं. वे सामान्य किसान परिवार से आते हैं और सेवा में आने से पूर्व इनके पास करीब 3-4 बीघा पुश्तैनी जमीन होने की सूचना है. उनकी सेवा प्रारंभ होने समय सभी इनके ऊपर आश्रित थे. इनके संयुक्त परिवार में इसके अतिरिक्त कोई अन्य लोक सेवक या सरकारी सेवा में नहीं है.
छापेमारी के दौरान उक्त संपत्ति की मिली जानकारी-
1. धीरज का मौजा-साईंचक, महावीर कॉलोनी, पटना में दो मंजिला मकान है.
2. भाई विजेन्द्र कुमार विमल के नाम से मौजा मिल्की अनाईठ जगदेव नगर, बाजार समिति, आरा में 04 आवासीय भूखण्ड व मौजा भेलाई उदवंतनगर, भोजपुर में 01 कृषि योग्य भू-खण्ड है.
3. भाई सुरेन्द्र सिंह के नाम से आरा के विभिन्न 10 जगहों पर व्यावसायिक, आवासीय व कृषि भूमि है.
4. भाई विरेन्द्र सिंह के नाम से मौजा-नाढ़ी, भोजपुर में 50 डीसमिल का कृषि योग्य भूमि है.
5. भाई अशोक कुमार के नाम से आरा के विभिन्न जगहों पर 04 आवासीय एवं कृषि योग्य भूमि पाई गई है.
6. भाई श्याम बिहारी सिंह के नाम से मौजा गोढ़ना, उदवंत नगर, भोजपुर में 01 आवासीय भू-खण्ड है.
7. भाई शशि भूषण कुमार के नाम से मौजा-नदी, सहार, भोजपुर में 64.50 डिसमिल का 01 कृषि योग्य भूमि है.
8. भतीजा धर्मेन्द्र कुमार के नाम से माँजा सेवथा, जगदीशपुर, भोजपुर में 51 डिसमिल का 01 कृषि योग्य भूमि है.
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