पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ऊर्जा विभाग कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित किया. वहीं जब अंत में नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी संदीप कुमार आर. पुदकलकट्टी ने धन्यवाद ज्ञापन के वक्त पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का नाम लिया तो सीएम नीतीश कुमार चौंक गए. सीएम नीतीश कुमार ने कहा, " मांझी जी, आप यहीं हैं, मुझे किसी ने बताया ही नहीं. आप हमारे कार्यक्रम में आए, इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद."
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कार्यक्रम में जीतन राम मांझी की मौजूदगी का पता तब चला जब धन्यवाद ज्ञापन करने की बारी आई. ऐसे में उन्होंने कार्यक्रम में मौजूदगी के लिए जीतन राम मांझी का आभार व्यक्त किया. आमतौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाषण की शुरुआत में ही कार्यक्रम में मौजूद सभी प्रमुख लोगों का नाम लेते हैं. लेकिन उनको जो लिस्ट दी गई थी, उसमें जीतन राम मांझी का नाम नहीं था.
बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है, ऐसे में बड़े नेताओं के एक-एक शब्द के कई निहितार्थ हैं. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने इशारे-इशारे में लालू यादव और तेजस्वी यादव पर जमकर तंज कसा और कहा कि हमने बिहार से लालटेन युग को खत्म कर दिया है. राज्य के लोगों ने फिर सेवा का मौका दिया तो हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के साथ ही सभी घरों में बिजली का प्रीपेड मीटर लगाएंगे.
उन्होंने 1341.31 करोड़ रुपए की योजनाओं का उद्घाटन, 3130.54 करोड़ की लागत से बदले गए जर्जर तारों का लोकार्पण और 383.52 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और कार्य आरंभ किया. दो दिन पहले महागठबंधन छोड़ने वाले पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी कार्यक्रम में वर्जुअली शामिल हुए. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार बोले- बिजली क्षेत्र में मेरी 3 ही इच्छाएं हैं. पहली, सबको बिजली का कनेक्शन और जर्जर तार को बदलना, दूसरी हर खेत तक सिंचाई के लिए बिजली. तीसरी, राज्य के सभी घरों में प्रीपेड मीटर लगाना. हर घर बिजली पहुंचा दी गई है.जर्जर तारों को भी बदल दिया गया है.
2005 से पहले बिजली की क्या स्थिति थी?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बोलने वाले बहुत कुछ बोलते रहते हैं. लेकिन वर्ष 2005 से पहले बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी, किसी से छुपी है क्या? आज हर घर तक बिजली पहुंच गई है. अब ढिबरी और लालटेन की जरूरत खत्म हो गई. अपनी न्याय यात्रा के दौरान (2005) जब हम दूसरे जिलों से रात में पटना लौटते थे तो हर तरफ अंधकार मिलता था. सीएम ने अरवल और जहानाबाद जिले से लौटने को कोट करते हुए इस बात जिक्र किया.