पटना: जमीन के बदले नौकरी (Land for Job Scam) देने के मामले को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के करीबियों के यहां शुक्रवार को ईडी (ED) की छापेमारी पड़ी. बिहार में दिन भर इस कार्रवाई की चर्चा होती रही. इसको लेकर एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई. वहीं, इस कार्रवाई को लेकर मीडिया ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से सवाल किया तो उन्होंने चुप्पी साध ली. इस मुद्दे पर उन्होंने कोई बयान नहीं दिया. नीतीश कुमार की इस चुप्पी को लेकर बिहार में कई कयास लगाने शुरू हो गए हैं. इससे पहले भी दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की गिरफ्तारी पर पीएम को लिखे गए विपक्षी पत्र पर सीएम नीतीश कुमार के नाम नहीं थे. इससे बिहार की सियासी हलचल बढ़ गई है.


महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं


पीएम को लिखे पत्र पर नीतीश कुमार ने साइन क्यों नहीं किया, इसको लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई है. हालांकि नीतीश कुमार लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ हो रहे कार्रवाई को लेकर सेंट्रल एजेंसी पर कई दफे सवाल उठा चुके हैं. वहीं, नीतीश कुमार के बदले मिजाज को लेकर इन दिनों कहा जा रहा है कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. 


सीएम नीतीश की है क्लीन इमेज


साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि जेडीयू अभी एकमात्र पार्टी है, जिसके कोई भी बड़े नेता सेंट्रल एजेंसी के रडार पर नहीं है. सीएम नीतीश कुमार क्लीन इमेज को दांव पर नहीं लगाना चाहते हैं. इसलिए सीएम नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं. वहीं, बिहार में बदलते राजनीतिक हालात को देखते हुए कहा जाने लगा है कि नीतीश कुमार फिर से पलटी मार सकते हैं. 10 सालों में अब तक सीएम नीतीश कुमार चार बार पलटी मार चुके हैं. दरअसल, बिहार की राजनीति कभी भी किसी ओर करवट ले सकती है.


लालू यादव के करीबियों के यहां ईडी की छापेमारी


बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबियों पर पटना समेत दिल्ली के कई ठिकानों पर शुक्रवार को ईडी ने छापेमारी की. वहीं, राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ स्थित आरजेडी के पूर्व विधायक अबु दोजाना के आवास पर शुक्रवार की देर शाम तक ईडी की छापेमारी चली. करीब 12 घंटे यह छापेमारी चली. 


ये भी पढे़ं: ‘बिहार में सरकार जाने की टीस निकाल रही BJP’, RJD नेता बोले- गर्भवती पत्नी से मिलने दिल्ली गए तेजस्वी, उधर ED ने घेर लिया