Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (03 जून) को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या नीतीश कुमार अब दिल्ली रवाना होंगे? बिहार का क्या होगा? इस बीच एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव का आज रिजल्ट आना है तो वहीं दूसरी ओर जेडीयू के वरिष्ठ नेता और प्रदेश महासचिव परम हंस कुमार के बयान से खलबली मच गई है. उनके बयान से सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार राजनीति में धुआंधार एंट्री करेंगे?


परम हंस कुमार ने सोमवार को कहा कि आज समय और परिस्थिति की जो मांग है नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को पार्टी और राज्य हित में आगे आना चाहिए. नीतीश कुमार हमेशा परिवारवाद पर हमला करते रहे हैं इस पर परम हंस कुमार ने कहा कि यह बात सही है. वह अपनी जगह पर जिस बात को कहते हैं वह बिल्कुल सही है. परिवारवाद में जो सत्ता सुख भोगने की परंपरा चल चुकी है उसका हम लोग विरोध करते रहे हैं, लेकिन कहीं कोई ईमानदार, साफ-सुथरे नेता का कोई सुपुत्र हो जो ईमानदारी से देश की सेवा करना चाहता है, राज्य की सेवा करना चाहता है तो उसको आने में कोई दिक्कत नहीं है.


'निशांत के अंदर कोई लोभ-लालच नहीं'


परम हंस कुमार ने कहा कि निशांत कुमार के अंदर कोई भी लोभ-लालच नहीं है. चकाचौंध जीवन जीने की आदत उनको पसंद नहीं है. वह बेहतर से बेहतर बिहार की सेवा, पार्टी की सेवा कर सकते हैं इसलिए मैं मांग कर रहा हूं कि निशांत कुमार को निश्चित रूप से राजनीति में आना चाहिए.


निशांत कुमार के बारे में बताते हुए परम हंस कुमार ने आगे कहा कि वह बहुत अच्छे और दूरदर्शी नेता साबित हो सकते हैं. नीतीश कुमार के बाद क्या जेडीयू में कोई अच्छा नेता नहीं है? इस पर उन्होंने कहा कि निशांत को राजनीति में लाने की मांग करने का मतलब यह नहीं है कि हमारी पार्टी में जो नेता हैं वह अयोग्य हैं या हमारी पार्टी कमजोर हो गई है. हम तो इसलिए मांग कर रहे हैं कि पार्टी और बेहतर होगी. मजबूत हो जाएगी. राज्य का और ज्यादा विकास होगा.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या दिल्ली की राजनीति करेंगे? इस पर परम हंस कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार क्या करेंगे यह उनका निर्णय होगा. हम लोगों की बस यही मांग है कि निशांत को राजनीति में आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने अपनी भावना रख दी है. यह भावना सिर्फ मेरी नहीं पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं की है. राज्य के बड़े पैमाने पर जनता की यही भावना है कि निशांत कुमार को राजनीति में आना चाहिए. 


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