पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने नवनियुक्त शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत शुभारंभ किया. इस दौरान नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि एक दिन में आज जितनी बड़ी संख्या में शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है, इतने बड़े पैमाने पर अब तक देश के किसी दूसरे राज्यों में नियुक्ति पत्र नहीं दी गई है. मीडिया के लोग भी इस बात को याद रखें. आप लोगों को भी इस कार्यक्रम से बड़ी खुशी हो रही है, लेकिन आप पर नियंत्रण है इसलिए चाहकर भी कुछ कर नही सकते. हमलोगों के अच्छे कामों को भी मीडिया में कम जगह मिल पाती है, जबकि पिछले दिनों केंद्र द्वारा 50 हजार नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया तो दो दिनों तक बड़े-बड़े समाचार प्रकाशित किए गए.


आपलोगों पर कब्जा कर लिया है और जब मुक्ति मिल जाएगी तो आप सच्ची और अच्छी बातें स्वतंत्र रूप से लोगों तक पहुंचाएंगे. हम आपके विरोधी नहीं बल्कि पक्षधर हैं.


'बिहार के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है'


नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार 01 लाख 70 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बीपीएससी के द्वारा परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 8 लाख युवाओं ने भाग लिया था. बीपीएससी के माध्यम से आयोजित होने वाली परीक्षाओं में पूरे देश के लोगों को शामिल होने का मौका मिलता है. पूरा देश एक है और बिहार इससे बाहर नहीं है. बिहार भी देश का एक अहम हिस्सा है. बिहार के बच्चों को भी दूसरे राज्यों की बहाली में शामिल होकर सेवा करने का मौका मिलता है. आज कल कुछ लोग कह रहे हैं कि बाहर के लोगों को क्यों मौका दिया गया, उन्हें सोचना चाहिए कि बिहार के भी लोग दूसरे राज्यों में जाकर नौकरी कर रहे हैं. बिहार के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है.


बिहार का माहौल बदला है- सीएम नीतीश कुमार


आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि इन 1,20,336 नवनियुक्त शिक्षकों में 88 प्रतिशत शिक्षक बिहार के ही नियुक्त हुए हैं, जबकि दूसरे राज्यों से 12 प्रतिशत शिक्षक नियुक्त हुए हैं. इनमें केरल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, असम और झारखंड यानी कुल 14 राज्यों से लोग बिहार में शिक्षक नियुक्त हुए हैं. यह बड़ी खुशी की बात है कि दूसरे राज्यों के लोग यहां के बच्चों को पढ़ाएंगे. आप सभी लोगों को बधाई देता हूं. बिहार का माहौल बदला है और बिहार की छवि दूसरे राज्यों में और देश के बाहर काफी बेहतर हुई हैं, यह उसका परिचायक है. 


कई मंत्री और अधिकारी रहे मौजूद


कुमार ने कहा कि ओमान और कतर से भी लोग आकर बिहार में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया में शामिल हुए हैं. सेना, अर्द्धसैनिक बलों, रेलवे, बंक और बड़ी-बड़ी कंपनियों को छोड़कर भी बिहार में शिक्षक बने हैं, यह प्रसन्नता का विषय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया काफी अच्छे ढंग से आयोजित किया है, इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं. वहीं, इस समारोह में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, वित्त वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे.


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