पटना: बिहार पुलिस की ओर से आयोजित किए जा रहे पुलिस सप्ताह में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हिस्सा लेने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार और प्रशासन के कामों की जमकर तारीफ की. वहीं उन्होंने बिहार में लागू शराबबंदी पर बयान दिया है. दरअसल, मुख्यमंत्री के मुताबिक शराबबंदी एक सही फैसला है. पुलिस और मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने शराब से होने वाली अनेक बीमारियों को भी गिनवाया.


मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लोगों की भलाई के लिए है और यह आगे भी लागू रहेगी और इसमें कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी. वहीं शराबबंदी के बाद भी बिहार में शराब मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते ही हैं. लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि शराबबंदी गलत है. इस दौरान सीएम ने अच्छे काम करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ दिन पहले यह खबर आई थी कि शराब तस्करों ने एक दारोगा की हत्या कर दी. इसपर हमलोगों ने संज्ञान लेते हुए कहा है कि कहीं भी ऐसी कार्रवाई करने पुलिस वाले जाएं तो पूरी टीम जाएं. इक्का-दूक्का पुलिसकर्मी मौके पर नहीं जाएं. सीएम ने साफ-साफ कह दिया कि शराबबंदी कानून में कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी और यह कड़ाई से लागू रहेगी.


नीतीश ने शराब से होने वाली बीमारियों को भी गिनवाया


वहीं उन्होंने शराब के नुकसान को लेकर कहा कि इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होती है. यह लंग्स कैंसर, माउथ कैसर और पैंक्रियाज जैसे कैंसर को जन्म देता है. उन्होंने कहा कि इस सभी बीमारियों से समाज को बचने की जरूरत है. जिसके लिए हम लोग शराबबंदी करने का फैसला किया था. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने शराब माफियाओं के खिलाफ प्रशासन को सख्त कार्यवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी का भी नज़दीकी हो उसे सजा मिलनी चाहिए. चाहे वो प्रदेश का हो या अन्य प्रदेश में बैठ कर बिहार में शराब सप्लाई करता हो.


गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी एमएलसी ने बिहार में शराबबंदी पर पुनः विचार करने की बात सरकार को मीडिया के जरिए कही थी. पार्टी के एमएलसी संजय पासवान ने शराबबंदी पर सरकार को रीथिंक करना चाहिए. हालांकि उनके जवाब में बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा था कि शराबबंदी को लेकर संजय पासवान की अपनी सोच हो सकती है. मगर सरकार शराबबंदी को लेकर जो कार्य कर रही है वह सही है. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचार के तहत बात करता है.


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