पटना: क्या बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) अब चीजें भूलने लगे हैं? शुक्रवार (19 मई) को नीतीश कुमार एक दिवसीय दौरे पर दरभंगा पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने कमला बलान पश्चिमी तटबंध का निरीक्षण किया. तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री सबसे पहले दरभंगा एयरपोर्ट के रिंग बांध की पुनर्स्थापन, पीसीसी रोड निर्माण का लोकार्पण किया. कार्यक्रम के संबोधन के दौरान सीएम नीतीश नाम लेते हुए अपने प्रधान सचिव को ही भूल गए.


दरअसल, जब नीतीश कुमार कार्यक्रम का संबोधन करने लगे तो उन्होंने अपने प्रधान सचिव को प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव कह दिया. मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्य सचिव दीपक कुमार को अपना प्रधान सचिव बना रखा है. जब वे मंच पर अपने संबोधन में अधिकारी और नेताओं का नाम ले रहे थे इसी दौरान 'स्लिप ऑफ टंग' हुआ और वे यह बात कह गए.



इसके पहले भी हो चुका है ऐसा


हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है. इसके पहले भी कई बार नीतीश कुमार से ऐसा हो चुका है. एक बार उन्होंने कहा दिया था- 'प्रधानमंत्री रहे स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में जब मैं गृह मंत्री था', विधानसभा में नीतीश कुमार ने जब यह दावा किया तो पत्रकार दीर्घा में सन्नाटा सा छा गया था.


कल कर्नाटक जाएंगे सीएम नीतीश कुमार


वहीं मीडिया से सीएम नीतीश कुमार ने बातचीत में कहा कि वह कल (शनिवार) को कर्नाटक जाएंगे. कर्नाटक में मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण है. उन लोगों ने आमंत्रित किया है, इसलिए हम जा रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि जो मुख्यमंत्री बने है उन्होंने भी मुझे बुलाया है. उनसे मेरा पहले से संपर्क है. उनकी जीत जबरदस्त हुई है. कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी फोन करके बोला है. हम जा रहे हैं. तेजस्वी यादव भी जा रहे हैं. जिस काम का मैंने शुभारंभ किया वह अब दिख रहा है. आगे जब कर देख लेंगे तो आप लोगों को बताएंगे.


नीतीश कुमार ने कहा कि सभी विपक्षी दलों की एकता का असर है. आगे प्रयास जारी रहेगा. वहीं जातिगत जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोर्ट के फैसले के वह कुछ नहीं कहेंगे. जो भी एक्सपर्ट हैं वह देखेंगे कि आगे क्या कहना है. उनके लिए अभी कुछ कहना उचित नहीं होगा. जब जरूरत होगी तो वह बताएंगे. 


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