पटना: सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) विपक्षी एकता को लेकर इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं. दिल्ली में कांग्रेस (Congress) आला नेतृत्व से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार केंद्रीय राजनीति को लेकर काफी सक्रिय हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से जल्द मुलाकात करेंगे. सोमवार को लखनऊ और कोलकाता जा सकते हैं. दोनों नेताओं से बारी-बारी मुलाकात कर सकते हैं. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार के साथ जेडीयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) भी मौजूद रहेंगे.
'बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करना मकसद है'
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन बनाने की अपनी कोशिशों के बारे में नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि हम बीजपी के खिलाफ देश के अधिक से अधिक दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं. हम सभी प्रयास करेंगे और एकजुट होकर काम करेंगे. हाल में मैंने नई दिल्ली में कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की. मेरा मकसद आम चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करना है.
नई दिल्ली में कांग्रेस के आला नेतृत्व से हुई थी मुलाकात
जब उनसे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की योजना के बारे में पूछा गया तो नीतीश कुमार ने कहा कि जब भी मैं उनसे मिलूंगा. सूचित कर दूंगा. बता दें कि नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ हालिया दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी. इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं से मुलाकात की थी. वहीं, नीतीश कुमार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी प्रधानमंत्री पद की महत्वकांक्षा नहीं है.
बीजेपी की बढ़ी बेचैनी
बता दें कि विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस का साथ होना भी काफी अहम है. दिल्ली से संकेत मिलने के बाद अब सीएम नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल जाने वाले हैं. इसके साथ ही नीतीश कुमार कल उत्तर प्रदेश के लखनऊ में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात करेंगे. वहीं, नीतीश की इस कदम से बीजेपी की बेचैनी बढ़ गई है. बीजेपी भी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अभी से ही काफी सक्रिय हो गई है.