पटना: जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने खुलकर बताया कि संसाधनों की कमी के कारण बिहार में तेजी से योजनाओं का कार्यान्वयन नहीं हो पा रहा है. पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में फिलहाल कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं. सभी में बड़ी राशि का खर्च हो रहा है. कई जगह और काम करने की योजना है, लेकिन संसाधन की कमी तो एक समस्या है.


कोरोना काल में पड़ा बुरा असर  


मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में राज्य की वित्तीय स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ा है. लेकिन बीते एक साल में स्थिति में सुधार आई है. अभी हमारी स्थिति बेहतर है. हम काम कर रहे हैं. आगे और सुधार होने की उम्मीद है. दरअसल, पत्रकारों ने उनसे गंगा के प्रदूषण के संबंध में सवाल किया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने उक्त बातें कही.


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सीएम नीतीश ने कहा कि बचपन में हम गंगा में नहाने जाते थे. वहीं से पीने के लिए पानी भी भर कर लाते थे. लेकिन अब ऐसी स्थिति हो गई है कि गंगा का पानी पिया नहीं जा सकता. इसी को लेकर हम लोग काम कर रहे हैं. आज घर-घर बोरिंग करा कर लोग भूजल का दोहन कर रहे हैं. जो ठीक नहीं है. हमारी कोशिश है कि गंगा के पानी का फिर से इस्तेमाल हो.


पटना में योजना के शुरुआत की इच्छा 


गया, बोधगया, राजगीर व नवादा तक गंगा का पानी पहुंचाने वाले प्रोजेक्ट के संबंध में बोलते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि कुछ जगहों पर गंगा के पानी को पहुंचाने का काम किया जा रहा है. इसमें कितनी अधिक राशि खर्च हो रही है, ये भी मालूम ही है. पटना में भी हमारी इच्छा है कि ये काम हो जाए. लेकिन संसाधन की तो कमी है. ऐसे में सोच-विचार कर काम किया जा रहा है.   


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