पटना: बिहार में निकाय चुनाव (Nagar Nikay Chunav) पर बुधवार को हाई कोर्ट के फैसले के सामने बिहार सरकार (Bihar Govt) ने सरेंडर कर दिया. रिव्यू पिटीशन वापस ले लिया. अब आयोग के गठन और रिपोर्ट मिलने के बाद ही चुनाव कराए जा सकते. गुरुवार को फिर से अति पिछड़ों के आरक्षण को लेकर बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला. कहा कि कोर्ट ने नगर निकाय चुनाव को खारिज किया तो नीतीश कुमार ने रात के अंधेरे में ही आयोग का गठन कर लिया. कल के फैसले से बिहार में न्याय एवं अति पिछड़ों की जीत हुई और पलटू जी की जबरदस्त हार हुई है.


रवैये के कारण हुआ ये फैसले


सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश ने राज्य के अति पिछड़ों के साथ सौतेला व्यवहार किया यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. जिस तरीके से सुप्रीम कोर्ट ने देश हित में ट्रिपल टेस्टिंग के लिए राज्य सरकारों से आयोग बनाने को कहा तब इनके कानों तले जू नहीं रेंग रहा था. इनके रवैये को ध्यान में रखते हुए हाई कोर्ट ने नगर निकाय चुनाव को खारिज कर दिया. इसके बाद इन्होनें रात के अंधेरे में आयोग बनाया. सम्राट चौधरी ने कहा कि पहले जेडीयू के लोग कहते थे कि आयोग नहीं बनेगा, लेकिन बीजेपी जब सरकार में थी.


पलटू जी की जबरदस्त हार


चौधरी ने आगे कहा कि उस दौरान पंचायती राज विभाग और नगर विकास विभाग ने प्रस्ताव दिया. इसके बाद एडवोकेट जर्नल ने सहमति दी फिर भी सीएम नीतीश ने इसकी अनदेखी कर दी. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद नगर निकाय चुनाव को लेकर जिस तरीके से सीएम नीतीश ने रात के अंधेरे में आयोग बनाने का काम किया है. इससे पता चलता है कि न्याय और अति पिछड़ों की जीत हुई है. पलटू जी की जबरदस्त हार हुई है.


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