अनियमितता बरतने वाले पैक्सों पर CM नीतीश ने कार्रवाई का दिया आदेश, जांच कराने की कही बात
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन पैक्सों पर अनियमितता के आरोप हैं और उन पर प्राथमिकी दर्ज हुई है तो उसकी पूरी जांच होनी चाहिये और दोषी को सजा मिलनी चाहिए.
पटना: बिहार राजधानी पटना में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में धान अधिप्राप्ति के लिए समीक्षा बैठक हुई. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग की साइट पर जो निबंधित किसान हैं उन्हें ऑटोमैटिकली निबंधित मानकर अधिप्राप्ति के लिए योग्य समझा जाए. सहकारिता विभाग को किसानों का अलग से निबंधन करने की जरूरत नहीं है. अधिक से अधिक किसान अपनी फसल की अधिप्राप्ति करा सकें और हमलोग अधिक से अधिक उपज की खरीद कर सकें.
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में भंडारण की समुचित व्यवस्था रखें और धान की स्टोरेज के साथ ही उनके रिसाइकलिंग की भी उचित व्यवस्था रखें. रैयत किसानों की धान अधिप्राप्ति की अधिकतम सीमा को 200 क्विंटल से बढ़ाकर 250 क्विंटल किया जाए. साथ ही गैर रैयत किसानों की धान अधिप्राप्ति की अधिकतम सीमा को 75 क्विंटल से बढ़ाकर 100 क्विंटल किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन पैक्सों पर अनियमितता के आरोप हैं और उन पर प्राथमिकी दर्ज हुई है तो उसकी पूरी जांच होनी चाहिये और दोषी को सजा मिलनी चाहिए. सभी जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक के साथ इसकी समीक्षा कर लें. मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि जिन पैक्सों ने बकाये राशि का भुगतान कर दिया है उन्हें अधिप्राप्ति की इजाजत मिलनी चाहिये.
मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि जिन पैक्सों पर अनियमितता के आरोप थे वहां फिर से चुनाव हो गए हैं और वो आरोपी पैक्स अध्यक्ष चुनाव में निर्वाचित नहीं हुआ है तो वहां निर्वाचित नए पैक्स अध्यक्ष को कार्य करने की इजाजत मिलनी चाहिये. उन्होंने कहा कि जो पैक्स फंक्शनल नहीं है उसके बगल के पैक्स या व्यापार मंडल में जहां सुविधा हो, जिलाधिकारी अपने स्तर से आंकलन कराकर उस क्षेत्र के किसानों की धान अधिप्राप्ति सुनिश्चित कराएं.
उन्होंने कहा कि धान की अधिप्राप्ति कराने वाले किसानों के खाते में निर्धारित समय सीमा के अंदर राशि अंतरित करायें. जिलाधिकारी औचक निरीक्षण कर पैक्सों का विजिट करें, साथ ही किसानों से बातें करें और उसके आधार पर उनकी शिकायतों और समस्यों का समाधान करें. विभाग के वरीय पदाधिकारी भी फील्ड में जाकर औचक निरीक्षण करें.