CM नीतीश ने पहली बार लालू यादव की पारिवारिक कलह पर उठाए सवाल, पूछा- ऐश्वर्या के साथ कैसा व्यवहार किया?
नीतीश कुमार ने पहली बार लालू यादव की पारिवारिक कलह पर टिप्पणी करते हुए पूछा कि मैं जानना चाहता हूं कि ऐश्वर्या राय के साथ क्या व्यवहार हुआ? एक पढ़ी-लिखी लड़की के साथ क्या हुआ?
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को वर्चुअल रैली के माध्यम से बिहार की जनता को संबोधित किया. अपने संबोधन में जहां उन्होंने एनडीए के 15 साल के शासनकाल की उपलब्धियां गिनवाईं, वहीं आरजेडी शासनकाल और लालू परिवार जमकर निशाना साधा. वहीं, इतने सालों में पहली बार नीतीश कुमार ने लालू परिवार के अंदर चल रहे पारिवारिक कलह को लेकर सवाल उठाए.
ऐश्वर्या राय के साथ क्या किया?
नीतीश कुमार ने पहली बार लालू यादव के पारिवारिक कलह पर टिपण्णी करते हुए पूछा, "मैं जानना चाहता हूं कि ऐश्वर्या राय के साथ क्या व्यवहार हुआ? एक पढ़ी-लिखी लड़की के साथ क्या हुआ? दरोगा बाबू की पोती के साथ क्या हुआ? आप परिवारवाद चला रहे हैं. ऐसे बड़े लोगों के साथ क्या किया गया?"
कुछ लोग केवल सिद्धांतों की बातें करते हैं
करीब तीन घण्टे तक के भाषण में नीतीश कुमार ने अपने 15 साल के काम का लेखा-जोखा दिया. वहीं आखिर में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर जम कर बरसे. नीतीश कुमार ने कहा, " बापू ने कहा था कि सिद्धांत के बिना राजनीति नहीं करनी चाहिए, पर कुछ लोग सिद्धांत नहीं धन के लिए राजनीति करते हैं. कुछ लोग महात्मा गांधी का नाम तो लेते हैं पर काम उसके विपरीत करते हैं."
काम किए बिना धन कहां से आया?
उन्होंने कहा, " हमलोग बापू से प्रेरित हुए हैं, जिस कारण शराबबंदी की है. बापू के सात समाजिक पाप को बहुत जगह लिखवाया है. काम के बिना धन. जरा बताइये धन कहां से आया? जब साथ थे तो बोले कि एक्सप्लेन कर दीजिए, नहीं किए तो हम अलग हो गए. बहुत लोग अपने को ज्ञानी समझते हैं, लेकिन चरित्र नहीं है. दो नंबरी धंधा नहीं करना चाहिए. आजकल बहुत लोग गड़बड़ी हासिल करने के लिए पूजा करते हैं, लेकिन बापू ने कहा था कि पृथ्वी लालच को पूरा नहीं कर सकती."
पति-पत्नी के राज में होते थे नरसंहार
उन्होंने कहा, " 15 साल पति-पत्नी का राज था, तो सामूहिक नरसंहार होते थे. जो लोग आज बोल रहे हैं, उन्हीं के राज में क्राइम को संरक्षण मिलता था. पुराना फोटो और आज का फोटो देख लीजिए. यह लोग इतने दिनों तक राज कर रहे थे. वोट तो ले लेते थे लेकिन कितना काम किया था? हमने कब्रिस्तान से लेकर मंदिरों की घेराबंदी करवाई."
नई पीढ़ी के लोगों को समझाइए
नीतीश कुमार ने कहा, " हर घर में बिजली आ गई अब लालटेन की जरूरत नहीं है. इन लोगों की पढ़ाने में दिलचस्पी नहीं थी क्योंकि इसकी सोच थी कि अगर युवा पढ़ेगा तो सोचेगा और हमारी दाल नहीं गलेगी ." रैली के दौरान सीएम नीतीश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि बिहार में नई पीढ़ी के लोगों को पुरानी बातें बताइए नहीं तो वो गड़बड़ लोगों के चक्कर में पड़ जाएंगे और जितना काम हुआ है सब बर्बाद हो जाएगा.
जबतक मौका मिलेगा काम करते रहेंगे
नीतीश कुमार ने लालू यादव के उनको बिहार पर भार बताए जाने वाले ट्वीट के संबंध में कहा कि एक बयान आया है कि हमलोग बिहार पर भार हैं. हमलोग काम कर रहे हैं तो बिहार पर भार हैं, आप अंदर हैं तो लोग चिंतिंत नहीं है न. काम करने का मौका मिला तो आपलोगों ने काम क्यों नहीं किया? जबतक मौका मिलेगा हमलोग काम करेंगे. ये लोग किस तरह की भाषा का प्रयोग करते हैं. सबलोग से आग्रह है कि नई पीढ़ी के लोगों को समझाइए. जनता मालिक है.
सुशांत सिंह राजपूत को दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के अंत में नीतीश कुमार ने सुशांत सिंह राजपूत को श्रद्धांजलि दी और कहा कि सुशांत के पिता की सहमति से मामले की जांच सीबीआई को रेफर हुई. मुझे पूरा भरोसा है कि सुशांत को न्याय मिलेगा. अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है तो न्याय जरूर मिलेगा और इससे लोगों के बीच संतोष पैदा होगा.