पटना: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने शनिवार को बिहार के पटना हाईकोर्ट के शताब्दी भवन के उद्घाटन समारोह में शिरकत की. 203 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुई नई बिल्डिंग के उद्घाटन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बिहार की जनता ने हमें काम करने का मौका दिया तो उस समय ही कोर्ट की तरफ से भी मीटिंग हुई कि राज्य में किस तरह से अपराध पर नियंत्रण और ट्रायल में तेजी लायी जाए.


अपराध पर नियंत्रण सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं


उन्होंने कहा कि हमारे उच्च न्यायालय के जो न्यायाधीशगण थे वो एक-एक जिले पर नजर रखते थे. उनकी कोशिश होती थी कि तेजी से ट्रायल हो ताकि अपराधी जल्दी अंदर हों इस वजह से कितने लोगों को सजा मिली और बिहार में अपराध में कमी आई. सीएम नीतीश ने कहा कि अपराध पर नियंत्रण सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है. न्यायालय ने जो काम किया, इसके चलते जो लोगों को सजा मिली उससे क्राईम में कमी आई.


नीतीश कुमार ने की ये प्रर्थना


हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग समाज में ऐसे होते हैं, चाहे कुछ भी कर दीजिए, न्यायालय से कितनी भी सजा मिल जाए, कितना भी कानून बन जाए, उनकी मानसिकता में गड़बड़ी रहती ही है. वो लोग कुछ भी करते रहते हैं. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हम तो यही प्रर्थना करेंगे कि ट्रायल का काम तेजी से चलता रहे. इससे बहुत हद कर अपराध पर नियंत्रण रहेगा.


बता दें कि उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केन्द्रीय विधि और न्याय के साथ आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद के अलावा सुप्रीम कोर्ट के जज नवीन सिन्हा, न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी और न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता भी मौजूद थे.



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