पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां उन्होंने प्रदेश के अगल-अलग जिलों से आए लोगों की समस्यों को सुना और संबंधित अधिकारियों को उसका जल्द समाधन करने का आदेश दिया. हालांकि, एक फरियादी की समस्या सुनकर वे चौंक गए और तुरंत अधिकारियों को बुलाया. मुख्यमंत्री ने कहा, " ऐसा क्यों हुआ है इसका पता लगाइये. काहे इसको मुआवजा नहीं मिला? इस पर तुरंत संज्ञान लीजिए."   


दो भाइयों की हो गई थी मौत


दरअसल, शख्स ने बताया कि उसके दो भाइयों की साल 2017 में भभुआ में छठ के दौरान घर आने में सड़क हादसे में मौत हो गई. इस संबंध में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवेदन दिया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिस वाहन चालक ने धक्का मारा था, उसके खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई गई थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.


School Closed in Patna: पटना के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 8 जनवरी तक बंद, DM ने जारी किया आदेश


मुख्यमंत्री ने कही ये बात


फरियादी की ये बात सुनकर मुख्यमंत्री ने तुरंत संबंधित विभाग के अधिकारियों के पास उसे जाने को कहा. इसके बाद हैरान होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राथमिकी क्यूं दर्ज किया है भाई. दो का डेथ हो गया है. उसको मिल जाना चाहिए था. चार साल पुरानी बात है. अरे भाई आप लोग देख लीजिए कि अभी तक मुआवजा क्यूं नहीं मिला है. दूसरी बात ये कि वो कह रहा कि प्राथमीकि दर्ज नहीं हुई है. कोई एक्शन नहीं हुआ है. इसे तुरंत देखिए.        


यह भी पढ़ें -


Bihar Crime: जहानाबाद में रखवाली कर रहे शख्स की गोली मारकर हत्या, आपसी रंजिश में घटना की आशंका


Corona in Bihar: IMA अधिवेशन में शामिल हुए कई डॉक्टर कोरोना संक्रमित, CM नीतीश ने भी कार्यक्रम में लिया था हिस्सा