Nitish Cabinet Meeting: लालू यादव के वादे को पूरा करेंगे CM नीतीश! 25 सालों से लंबित पुल निर्माण के प्रस्ताव को मिली मंजूरी
जेडीयू सांसद ने कहा, " हम समझते हैं कि जिस क्रमबद्ध तरीके से इस बार बात बढ़ रही है, पुल का निर्माण अब जल्द ही शुरू हो जाएगा. राशि आने पर जिला पदाधिकारी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करेंगे."
सहरसा: नीतीश कैबिनेट की बैठक में मंगलवार को 25 सालों से लंबित सहरसा के बंगाली बाजार ओवर ब्रिज के निर्माण को स्वीकृति मिलने से जिले की जनता में खुशी की लहर है. कैबिनेट से पुल निर्माण को मंजूरी और सहरसा को नगर परिषद से नगर निगम में बदलने की स्वीकृति मिलने के बाद मंगलवार को मधेपुरा के जेडीयू सांसद दिनेश चंद्र यादव ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के दिन सहरसा वासियों के लिए खुशहाली का दिन है. जिले में 1996-1997 (लालू शासनकाल) में आरओबी निर्माण की स्वीकृति हुई थी. लेकिन उस पर ग्रहण लगा हुआ था. कई बार प्रयास भी हुआ लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका.
नए सिरे से डीपीआर तैयार हुआ
उन्होंने कहा कि आरओबी निर्माण के लिए नए सिरे से डीपीआर तैयार हुआ है, जो 184 करोड़ रुपये की लागत से बनना है. पुल निर्माण के लिए मुख्य रूप से जमीन अधिग्रहण पर 104 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान था. ऐसे में उस राशि को मंत्रिमंडल ने स्वीकृति दे दी है. उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि जिस क्रमबद्ध तरीके से इस बार बात बढ़ रही है, पुल का निर्माण अब जल्द ही शुरू हो जाएगा. राशि आने पर जिला पदाधिकारी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करेंगे और पुल निर्माण निगम आरओबी बनाने का काम शुरू कर देगी.
स्थानीय लोग लगातार संघर्षरत रहे
वहीं, उन्होंने सहरसा के नगर परिषद से नगर निगम बनने को लेकर कहा कि जो सहरसा नगर परिषद है, आज मंत्रिमंडल से सहरसा नगर परिषद को उत्क्रमित कर नगर निगम बनाने की स्वीकृति प्राप्त हुई है. नोटिफिकेशन मिलने के बाद यह पूर्ण रूप से नगर निगम हो जाएगा. वहीं, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि ये सहरसा की जनता के संघर्ष का फलाफल है. बंगाली बाजार रेल ओवर ब्रिज के लिए स्थानीय लोग लगातार संघर्षरत रहे हैं.
उन्होंने नगर परिषद को लेकर कहा कि सहरसा कोशी का बड़ा शहरी क्षेत्र है, जहां अब तक नगर परिषद था. लेकिन अब सहरसा को नगर निगम का दर्जा मिलेगा, जिसका हम सभी सहरसा वासी दिल खोलकर स्वागत करते हैं. ये सहरसा के विकास के लिए अति महत्वपूर्ण है. इसलिए हमें भी सहरसा को सुंदर बनाने के लिए सरकार के साथ हमेशा प्रयत्नशील रहना होगा.
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