इस्तीफा देने के बारे में सोच रहे CM नीतीश के मंत्री मुकेश सहनी! जानें- क्या है पूरा मामला?
मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद समाज को आरक्षण दिलाने के लिए वह बिना रुके संघर्ष करेंगे. केंद्र सरकार निषादों के साथ छल कर रही है. ये गलत है.
पटना: केंद्र सरकार की ओर से निषाद समाज को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल नहीं करने से बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य मंत्री खासा नाराज चल रहे हैं. निषाद समाज को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने और आरक्षण देने की मांग को लेकर आज उन्होंने बिहार के राज्यपाल फागु चौहान से मुलाकात की.
इस्तीफे के बारे में सोचेंगे मुकेश साहनी
राज्यपाल से मुलाकात कर बाहर निकले सहनी ने कहा कि निषाद समाज के लोगों को उनका हक दिलाने के लिए वो राष्ट्रीय स्तर पर भी बातचीत करेंगे. वहीं, पत्रकारों इस सवाल पर कि उनके इस मांग की वजह से सरकार उनसे नाराज न हो जाए के जवाब में उन्होंने कहा कि निषाद समाज को उनका हक दिलाने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो मैं इस्तीफे के बारे में भी सोचूंगा.
निषादों को छल रही केंद्र सरकार
बता दें कि बिहार सरकार में पशु एवं मत्स्य मंत्री मुकेश सहनी में रविवार को अपने आवास में प्रेस कांफ्रेंस की. पीसी से पहले मंत्री आवास पर विकासशील इंसान पार्टी और बिहार निषाद संघ की संयुक्त बैठक भी हुई. इस बैठक में निषादों के आरक्षण को लेकर केंद्र सरकार के साथ संघर्ष के लिए रणनीति तैयार किया गया.
बैठक के बाद पीसी में उन्होंने कहा कि निषाद समाज को आरक्षण दिलाने के लिए वह बिना रुके संघर्ष करेंगे. उन्होंने निषाद समाज को आरक्षण दिए जाने की मांग करते हुए कहा केंद्र सरकार निषादों के साथ छल कर रही है. ये गलत है. पीसी के बाद उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की.
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