मधुबनी: बिहार में अपराधियों का मनोबल चरम पर है. बीते कुछ महीनों में आपराधिक घटनाओं में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है. इस मुद्दे पर विपक्ष तो बिहार सरकार पर हमलावर है ही, लेकिन अब सत्ता धारी दल के नेता और नीतीश कैबिनेट के मंत्री भी अपने ही शासन पर सवाल उठाने लगे हैं. होली के दिन एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या मामले में बेनीपट्टी के मोहम्मदपुर पहुंचे बिहार सरकार में मंत्री नीरज सिंह बबलू ने कहा कि राज्य में अभी भी कुछ निकम्मे अधिकारी बैठे हुए हैं, जिनके कारण सरकार की बदनामी हो रही है और वो सरकार को बदनाम करने के लिए ही बैठे हुए हैं. लेकिन दोषी बख्से नहीं जाएंगे. सभी अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


राज्य में अभी भी कुछ निकम्मे अधिकारी बैठे हुए हैं


मंत्री नीरज सिंह बबलू ने मधुबनी के मोहम्मदपुर की घटना को नरसंहार करार देते हुए कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए वो कम है. घटना में शामिल नामित लोगों की गिरफ्तारी के लिए हम लोग पुलिस से बात कर रहे हैं और घटना की उच्चस्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात की जाएगी. कोई अपराधी बच न पाए, सभी पर कर्रवाई हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. वहीं, पीड़ित परिवार को जीवन यापन के लिए मुआवजा और नौकरी मिले, इस मुद्दे पर भी बात होगी.


अपराधियों के बीच पुलिस का इकबाल कम होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये एक अलग मुद्दा है. लेकिन, राज्य में अभी भी कुछ निकम्मे अधिकारी बैठे हुए हैं, जिनके कारण सरकार की बदनामी हो रही है और वो सरकार को बदनाम करने के लिए ही बैठे हुए है. ऐसे में मैं ऐसा जरूर चाहूंगा कि ऐसे निकम्मे पदाधिकारियों पर कार्रवाई हो. पुलिस को चुस्त-दुरुस्त रहने की आवश्यकता है, जहां भी घटना घटती है, पुलिस वहां तुरंत कार्रवाई करे, तभी ये निकम्मापन खत्म होगा.


मंत्री ने कहा कि गैंगवार या वर्चस्व की लड़ाई में जो भी बात हो, पुलिस उसकी जांच करे और एफआईआर दर्ज कर नामित आरोपियों पर कार्रवाई करे. आरोपियों के फरार होने की स्थिति में उनके घर की कुर्की-जब्ती हो. तब ही अपराधी सरेंडर करेंगे, नहीं तो भागे रहेंगे.


होली के दिन गोलीबारी से दहला था इलाका


गौरतलब है कि होली के दिन खुलेआम की गई गोलीबारी में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है. घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा है. गोलीबारी में घटनास्थल पर ही दो लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि गोलीबारी में घायल चार अन्य लोगों को बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफेर कर दिया गया था. लेकिन, इलाज के दौरान तीन अन्य लोगों की भी मौत गई.


घटना के बाद घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे मधुबनी के एसपी सत्यप्रकाश ने बताया था कि घटना का कारण आपसी विवाद था. साथ ही एसपी ने मामले की जांच के लिए एसडीपीओ बेनीपट्टी के नेतृत्त्व में एक एसआईटी का गठन भी कर दिया है, जिसमें चार थानों की पुलिस और सर्किल इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है.


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