पटनाः देश में कोयले की कमी को लेकर बवाल मचा है. इसका असर बिहार में भी दिख रहा है. इसको लेकर जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने सरकार पर हमला बोला है. पप्पू यादव का कहना है कि निजी कंपनियों ने कोयला गायब कर दिया है. इसलिए बिजली संकट को लेकर हाहाकार मचा है और सरकार कुम्भकर्णी नींद में सोई है.
सोमवार को किए गए ट्वीट में पप्पू यादव ने किसान आंदोलन का भी समर्थन किया. पप्पू यादव ने कहा कि जब अनाज गायब होगा तब क्या होगा? इसलिए किसानों का साथ दो और काला कृषि कानून वापस लो.
20 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गई बिजली
गौरतलब हो कि बिहार के ऊर्जा सचिव संजीव हंस ने शनिवार को कहा था कि बिहार में सामान्य तौर पर पांच रुपये प्रति यूनिट मिलने वाली बिजली अब 20 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गई थी. वहीं रविवार को संजीव हंस ने कहा कि बिजली आपूर्ति में लगातार सुधार हो रहा है. खुले बाजार में कीमतों में कमी आई है. अब 14-16 प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदी जा रही है.
20 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान
बताया जाता है कि बिहार पिछले कुछ दिनों से खुले बाजार से बिजली खरीदने के लिए प्रतिदिन 20 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान कर रहा है. यहां के अधिकारी खुद यह मान रहे हैं कि राज्य कोयले की कमी का सामना कर रहा है. एक नहीं बल्कि कई संकटों के कारण बिहार में बिजली की समस्या है.
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