BPSC Teacher News: पूरे देश में नीट पेपर लीक का मामला गरमाने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग ने चैलेंज के रूप में स्वीकार करते हुए तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा शांतिपूर्ण करा लिया है. 19 जुलाई से 22 जुलाई तक परीक्षा हुई. वहीं, इस परीक्षा में 57 'मुन्ना भाई' धराए जिन पर आयोग ने एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आगे की परीक्षा की स्ट्रेटजी में बदलाव हो सकता है. यह जानकारी बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनु भाई ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी.
बीपीएससी के अध्यक्ष ने दी जानकारी
परमार रवि मनु भाई ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के 'TRE 3' में कुल 87,774 पद है. इसके लिए 5,96,996 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. इसमें 4,69,397 अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित हुए जो 78.72 प्रतिशत है. बिहार के कुछ 27 जिलों में परीक्षा आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में कुल 57 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार होने वाले वैसे लोग है जो दूसरे की जगह पर परीक्षा देने के लिए आए थे, लेकिन इस बार आयोग ने बायोमेट्रिक सिस्टम रखा था जिसके तहत पकड़े गए.
आगे उन्होंने कहा कि इसमें छात्र और उसके सहकर्मी जो कदाचार में करने में लिप्त थे उन पर आयोग ने केस दर्ज करवाया है. आयोग आगामी बैठक करके इन सभी पर आगे और भी बड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लेगा.
'बदलाव के लिए विचार कर रहे हैं हम लोग'
बीपीएससी अध्यक्ष ने बताया कि 15 मार्च को शिक्षक भर्ती परीक्षा 'TRE 3' परीक्षा ली गई थी, लेकिन पेपर लीक होने का मामला सामने आया तो परीक्षा रद्द हो गई थी. इसके बाद परीक्षा लेना था तो हम लोगों ने कई सारे बदलाव किए थे. इनमें पेपर की पैकेजिंग और उसके कलर पर भी ध्यान दिया था. बायोमेट्रिक सिस्टम से छात्रों की पहचान जैसे महत्वपूर्ण बदलाव हुए थे. इस बदलाव के तहत जून महीने में हेड मास्टर की भी परीक्षा आयोग ने ली थी और अब शिक्षक भर्ती परीक्षा ली गई. शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हो गई.
उन्होंने कहा कि आगे जितनी भी परीक्षा होगी उसमें और कुछ भी हम लोग बदलाव के लिए विचार कर रहे हैं. इसके साथ ही जो कदाचार करते पाए जाते हैं उनके खिलाफ और कठोर कार्रवाई का भी निर्णय हम लोग लेने वाले हैं.
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