पटना: बिहार बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के मामले में कांग्रेस की ढोंगी और दोहरी नीति एक्सपोज हो चुकी है. बिहार कांग्रेस ने सुशांत के लिए सीबीआई जांच का समर्थन किया. वहीं महाराष्ट्र और मुंबई कांग्रेस ने सीबीआई जांच का विरोध किया. कांग्रेस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में सुशांत के परिवार और बिहार सरकार के सीबीआई जांच के स्टैंड का विरोध करने के लिए वकील तक मुहैया कराया.


कांग्रेस-आरजेडी अपना स्टैंड करें साफ


आनंद ने कहा कि सुशांत और कंगना के मामले में कांग्रेस के शीर्ष नेता सोनिया गांधी, राहुल-प्रियंका गांधी और गठबंधन सहयोगी आरजेडी की छद्म चुप्पी के बीच शक्ति सिंह गोहिल, रणदीप सुरजेवाला के बाद अब अधीर रंजन चौधरी घटिया बयानबाजी पर उतर आये हैं. सुशांत मामले में अधीर रंजन चौधरी के घटिया बयान पर कांग्रेस-आरजेडी अपना स्टैंड साफ कर बताये कि क्या अधीर रंजन चौधरी के बयान से सोनिया- प्रियंका- राहुल और तेजस्वी की सहमति है?


कांग्रेस क्यों नहीं चाहती की सुशांत को न्याय मिले 


निखिल आनंद ने कहा कि अधीर रंजन रिया चक्रवर्ती को बंगाली और सुशांत को बिहारी बताकर हल्की बातें कर रहे हैं. हमें गर्व है कि सुशांत बिहार का बेटा है. लेकिन बिहार बीजेपी ने क्षेत्रीयता की भावना से नहीं बल्कि मानवीयता के आधार पर न्याय की मांग की है. अधीर रंजन जी बतायें कि आखिर कांग्रेस पार्टी क्यों नहीं चाहती की सुशांत को न्याय मिले और फिर सीबीआई जांच से कांग्रेस नेताओं को इतनी तकलीफ क्यों है?


बिहारी-बंगाली की भावना से बयान देना शर्मनाक


बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कोई भी रिया के नीजी तौर पर थोड़े ही खिलाफ है, लेकिन अधीर रंजन जी को जानना चाहिए कि भारत का कानून बिहारी और बंगाली के नाम पर फैसला नहीं सुनाता है. सीबीआई जांच की चल रही प्रकिया के बीच बिहारी-बंगाली की भावना से बयान देना अधीर रंजन जी की विद्रूप और विकृत मानसिकता का परिचायक है. अधीर रंजन जी को अनर्गल, वाहियात, शर्मनाक बयानबाजी के लिए माफी मांगनी चाहिए.


सोनिया- प्रियंका- राहुल चुप्पी तोड़ें


निखिल आनंद ने कहा कि सुशांत मामले में महाराष्ट्र सरकार ने जो भी गलतियां की हैं और कंगना रनौत के खिलाफ जो ज्यादती की जा रही है, उसमें कांग्रेस भी शिवसेना की प्रमुख भागीदार है, जिसके साथ गठबंधन में आरजेडी भी राजनीति कर रही है. जिस प्रकार एक महिला कलाकार के खिलाफ नीजी बदले की भावना से पूरी सत्ता- व्यवस्था, पुलिस- प्रशासन को उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा दांव पर लगा दिया गया है, उसके लिए शिवसेना के साथ ही कांग्रेस और आरजेडी पार्टी के नेताओं को भी देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी. अधीर रंजन चौधरी के बयान पर कांग्रेस- आरजेडी अपना स्टैंड साफ करे और सोनिया- प्रियंका- राहुल के साथ तेजस्वी यादव अपनी कपटी चुप्पी तोड़े.