पटना: एलजेपी में टूट के बाद जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान को पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया है. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने चिराग को कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर देने के साथ ही सांसद पशुपति पारस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद से ही चाचा पशुपति पारस और भतीजा चिराग पासवान के बीच सियासी उठा-पटक चल रही थी.


केंद्र में मंत्री बनना चाहते हैं पशुपति पारस


अजीत शर्मा ने कहा, " राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण पशुपति पारस ने ऐसा किया. वो केंद्र में मंत्री बनना चाहते हैं. इसलिए वे नहीं चाहते कि चिराग पासवान आगे बढ़े." एलजेपी विवाद को स्वच्छ राजनीति में अनुचित करार देते हुए कांग्रेस नेता ने चिराग पासवान को कांग्रेस में शामिल होने का निमंत्रण दिया. उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए सबको मिलकर सकारात्मक राजनीति करनी चाहिए. कांग्रेस का दरवाजा चिराग के लिए खुला हुआ है.


पार्टी के मालिकाना हक को लेकर विवाद


बता दें कि चिराग पासवान और चाचा पशुपति पारस के बीच पार्टी के मालिकाना हक को लेकर विवाद छिड़ गया है. पांच सांसदों को अपने पाले में करके पशुपति पारस ने पार्टी की कमान अपने हाथों में लेने का मूड बना लिया है. हालांकि, चिराग अपने पोजिशन को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. 


पार्टी और परिवार के बीच जारी विवाद के बीच बुधवार को चिराग पासवान ने पीसी की थी. पीसी के दौरान उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस पर धोखा देने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था, " पापा (रामविलास पासवान) के जाने से अनाथ नहीं हुआ था. आज अनाथ महसूस कर रहा हूं. वो (पशुपति पारस) मुझे एक बार बोलते, मैं पद छोड़ देता." वहीं, चिराग ने सीधे तौर पर जेडीयू पर उनकी पार्टी को तोड़ने का भी आरोप लगाया था.


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