पटना: नए संसद भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन 28 मई को दिल्ली में होना है, लेकिन इसको लेकर बिहार की राजनीति गरम हो गई है. संसद भवन के उद्घाटन मामले को लेकर बिहार में महागठबंधन और बीजेपी (BJP) आमने सामने दिख रही है. इस विवाद पर सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा है कि बिहार विधानसभा के विस्तारीकरण भवन का मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया था, उसमें राज्यपाल को क्यों नहीं बुलाया गया था? इस पर कांग्रेस (Congress) विधायक दल के नेता अजीत शर्मा (Ajit Sharma) ने पलटवार किया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि सुशील मोदी हल्की-फुल्की बातें नहीं करें, वो हैं क्या? कांग्रेस में उनसे कोई छोटा नेता है क्या ?उनको राज्यसभा सदस्य बनाया गया है, जनता तो उनको चुनी नहीं है. जनता तो हमलोग को चुन कर लाई है. 


बीजेपी लोगों को गुमराह कर रही है- अजीत शर्मा


अजीत शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने देश और बिहार को एक बार फिर गुमराह करना चाहती है. यह जो संसद भवन के उद्घाटन की बात है, इसमें प्रधानमंत्री के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति को इग्नोर किया गया है. हम लोग कांग्रेस और सभी विपक्षी पार्टियों की यही मांग है कि संसद भवन का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा किया जाए ,क्योंकि राष्ट्रपति सर्वोच्च पद होता है. इस बात को भरमाने के लिए यहां अनर्गल बयान दिया जा रहा है. बात दिल्ली की है और यह लोग पटना की बात कर रहे हैं. बात करें कि देश के राष्ट्रपति से संसद भवन का उद्घाटन हो. जनता को गुमराह करने का काम नहीं करें. 2014 से बीजेपी लगातार जनता को गुमराह करते आ रही है, लेकिन अब बिहार और देश की जनता गुमराह होने वाली नही है. जनता 2024 में बीजेपी की सरकार को उखाड़ फेंकेगी. 


'राष्ट्रपति से उद्घाटन होना चाहिए'


कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी हमेशा बेतुका बात बोलती है और  हमेशा लोगों को गुमराह करने वाली बात बोलती है. बेरोजगारी का मामला हो, महंगाई का मामला हो इन सबको पूरा नहीं करती है. 2014 से लगातार झूठा बयानबाजी कर गुमराह करते आ रही है. हम लोग को कोई बात नहीं करनी है. हम लोग का सीधा यह कहना है कि राष्ट्रपति से उद्घाटन होना चाहिए. अब बीजेपी के गुमराह करने से जनता गुमराह नहीं होने वाली है.


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