पटना: भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Abul Kalam Azad) की जयंती के अवसर पर शनिवार को कांग्रेस (Congress) प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) प्रकरण पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस तरीके से बात की उसे बेहतर ढंग से रखा जा सकता था वह मर्यादा के अनुरूप नहीं हैं, लेकिन उन्होंने जो कहा उसमें सच्चाई है नीतीश कुमार ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया. तुम ताम की भाषा मुख्यमंत्री के मर्यादा के अनुरूप नही है. पूरा बिहार जानता है कि मांझी जी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बनाया, लेकिन जिस तरह से उन्होंने बात की उसको थोड़ा बेहतर ढंग से रखा जा सकता था.
कई कांग्रेस के नेता रहे मौजूद
मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर अखिलेश सिंह ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद का योगदान देश की आजादी से लेकर देश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में भी रहा है. अपने पुरखों को याद किए बिना प्रगति नहीं हो सकती है. वहीं, मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के अवसर पर कांग्रेस प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे.
सदन में मांझी पर भड़क गए थे सीएम नीतीश
बता दें कि दरअसल, विधानसभा में आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर गुरुवार को चर्चा हो रही थी. पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने इस दौरान चर्चा में भाग लेते हुए जातीय सर्वे पर ही सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा कि क्या सरकार कभी इसका विश्लेषण किया है कि आरक्षण का लाभ लोगों को मिल रहा है. इतना सुनते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और खड़ा होकर बोलने लगे. उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी को कोई ज्ञान नहीं है. मेरी मूर्खता की वजह से सीएम बन गए. उन्होंने आगे बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये गवर्नर बनना चाहता है, पहले भी आप लोगों के पीछे घूमता था, बनवा दीजिए गवर्नर.
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