पटना: कांग्रेस द्वारा श्रीकृष्ण सिंह (Shrikrishna Singh) की जयंती कार्यक्रम में मनाई गई थी. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) पहुंचे हुए थे. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की मौजूदगी न होने को लेकर बीजेपी महागठबंधन को घेर रही थी. वहीं, इस पर अब कांग्रेस ने लिया यू टर्न लिया है. कांग्रेस (Congress) के एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा (Premchand Mishra) ने शनिवार को कहा श्रीकृष्ण सिंह की जयंती में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी बुलाया गया था, अपने पूर्व कार्यक्रम की व्यस्तता के कारण मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण बाबू की जयंती में नहीं आ पाए. अब मुख्यमंत्री हर जगह तो नहीं जा सकते हैं.
बीजेपी पूरी तरह से फ्रस्टेशन का शिकार हो चुकी है- कांग्रेस
प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि हमलोगों ने एक बार फिर से श्रीकृष्ण बाबू के पथ पर चलने के लिए खुद को संकल्पित किया था. इस कार्यक्रम को लेकर सुशील मोदी की जो प्रतिक्रिया आई वो निंदनीय है. कांग्रेस किसे बुलाए और किसे ना बुलाए, इसके लिए कांग्रेस स्वतंत्र है. सुशील मोदी तो मूल रूप से बिहार के निवासी भी नहीं हैं और बेरोजगारी की हालत में जी रहे हैं. बीजेपी पूरी तरह से फ्रस्टेशन का शिकार हो चुकी है. जहां-जहां चुनाव हो रहा है वहां-वहां कांग्रेस जीत रही और बीजेपी हार रही है. बीजेपी कभी समसामयिक मुद्दे ओर नहीं बोलती, कांग्रेस ने किसको बुलाया और किसका स्वागत किया, सदाकत आश्रम में कार्यक्रम क्यों किया? इस तरह का बयान देते हैं.
कांग्रेस पार्टी कुछ सिद्धान्तों पर कायम रही है- प्रेमचंद मिश्रा
कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी कुछ सिद्धान्तों पर कायम रही है और हम उसी सिद्धान्त पर आज भी कायम हैं. खुद तो महापुरुषों का सम्मान नहीं करते, उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प नहीं लेते और अगर कांगेस पार्टी कुछ करती है तो इस पर टिका टिप्पणी करते हैं. अपनी घसकती जमीन की बौखलाहट को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं. बीजेपी और सुशील मोदी ने कभी अपने कार्यालय में श्रीकृष्ण सिंह की जयंती को मनाई है क्या? सुशील मोदी तो श्रीकृष्ण सिंह के विचारों के विरोधी रहे हैं. 9 साल से केंद्र में BJP की सरकार है तो बताए कि क्या कार्य किया है?
सुशील मोदी पर साधा निशाना
आगे एमएलसी ने कहा कि सुशील मोदी नीतीश कुमार के आगे पीछे कर के तो उपमुख्यमंत्री बन गए. हम उन्हीं को मंच देते हैं जिनको हम मानते हैं कि हमारे सिद्धान्तों में उनकी आस्था है. सुशील मोदी बोलते हैं कि श्रीकृष्ण सिंह की जयंती मना कर के हमलोग ने अपमान किया, लेकिन अपमान तो बीजेपी वाले कर रहे हैं. लालू प्रसाद बिहार के बड़े नेता हैं, समाजिक न्याय और धर्म निरपेक्षता के पुरोधा हैं. बता दें कि बिहार केशरी श्रीकृष्ण सिंह के जन्मदिन को लेकर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह के नेतृत्व में सदाकत आश्रम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
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