Wakf Board: पूरे देश में अभी वक्फ बोर्ड की काफी चर्चा हो रही है. वहीं, बिहार में एक गांव के बाहर वक्फ बोर्ड को लेकर लगे आदेश पर सियासत शुरू हो गई है. इस पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता उदित राज ने मंगलवार को कहा कि जैसा दिख रहा है वैसा है नहीं वरना पूरे देश में ही कोई दावा कर दे. इस समय वक्फ बोर्ड पर जेपीसी के माध्यम से सुनवाई चल रही है. हो सकता है कि यह साजिशन किया गया हो उनके दावा करने से कुछ नहीं होगा. रेवेन्यू रिकॉर्ड देखने के बाद फैसला होगा.


क्या है मामला?


बता दें कि पटना से सटे फतुहा के गोविंदपुर गांव में सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से बोर्ड लगाकार यहां रहने वाले लोगों को नोटिस दिया गया है. वक्फ बोर्ड ने दावा ठोका है कि गांव की जमीन उनकी है. भेजे गए नोटिस में कहा गया कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की है और आप लोग 30 दिनों के अंदर खाली करें. वहीं, इस गांव मकान बनाकर पिछले कई वर्षों से लोग रह रहे हैं. यहां लगभग 95 फीसद हिंदू परिवार रहते हैं.






केंद्र ने लाया है वक्फ संशोधन विधेयक


बता दें कि वक्फ (संशोधन) विधेयक को 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था और तीखी बहस के बाद इसे संसद की एक संयुक्त समिति को भेज दिया गया था. यह विधेयक बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की पहली बड़ी पहल है जिसका उद्देश्य एक केंद्रीकृत पोर्टल के माध्यम से वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की प्रक्रिया में सुधार करना है. बीजेपी सदस्य जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली 31 सदस्यीय समिति को लोकसभा ने वक्फ संशोधन विधेयक की जांच करने का काम सौंपा है. वहीं, वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति की गुरुवार को पहली बार बैठक हुई. 


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