भागलपुर: कांग्रेस विधायक दल के नेता और विधायक अजीत शर्मा इन दिनों पॉजिटिव-नेगेटिव के चक्कर में फंसे हुए हैं. इस चक्कर में वो अकेले नहीं उनकी पत्नी भी फंसी हुईं हैं. दरअसल, कांग्रेस नेता को मुंबई जाना था. ऐसे में उन्होंने और उनकी पत्नी ने कोरोना जांच कराई. पहली बार उन्होंने 24 मई को जेएलएनएमसीएच में कोरोना जांच कराई, जहां उनके टेस्ट का कोई रिजल्ट नहीं आया. 


बिफर गए हैं कांग्रेस विधायक 


ऐसे में 25 मई को दोबारा उन्होंने भागलपुर से दूसरे सरकारी अस्पताल में जांच कराई, जहां उनका रिपोर्ट पॉजिटिव आ गया. लेकिन इस रिपोर्ट पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ. इस वजह से 26 मई को उन्होंने तीसरी बार निजी जांच केंद्र जो गवर्मेंट सर्टिफाइड है वहां से टेस्ट कराया, जहां उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई. अब जांच के पॉजिटिव-नेगेटिव के चक्कर में फंसे कांग्रेस विधायक बिफर गए हैं. 


उन्होंने कहा, " पूरे बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बड़ी विचित्र स्थिति है. जब विधायक के साथ इस तरह की घटना हो सकती है, तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा. बिहार सरकार को मैं ये कहना चाहता हूं कि जो भी जांच हो रही है वो सही नहीं हो रही है. इसकी जांच करवा कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करिए. स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ ऐसा मजाक सही नहीं है."


शॉक में ही मर जाएगा इंसान


उन्होंने कहा, " जो पॉजिटिव आएगा वो तो शॉक में ही मर जाएगा कि मैं कोरोना संक्रमित हूं. अभी की जो स्थिति है उसमें डर लाजमी भी है. लोग मुंह फेर लेते हैं. मां-बाप से लोग मुंह फेर रहे हैं, उनके शव को नहीं छू रहे हैं. स्वास्थ्यकर्मी किसी को भी पॉजिटिव रिपोर्ट दे देते हैं. ऐसे में अविलंब पूरे मामले की जांच कराएं और कार्रवाई करें."


बीजेपी जिलाध्यक्ष ने दी ये प्रतिक्रिया


इधर, भागलपुर बीजेपी के जिला अध्यक्ष रोहित पांडेय ने इस पूरे मामले में कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि अगर कोई आशंका थी तो कांग्रेस नेता को अधिकारियों से मिलना चाहिए था और जांच के बारे में बताना चाहिए था. वो सरकार पर सवाल करने से ज्यादा बेहतर था. ऐसे मीडिया में आकर बोलना उचित नहीं है.


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