बक्सर: केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के विरोध में पिछले 27 दिनों से लगातार दिल्ली से सटे राज्यों के बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं. इधर, किसान आंदोलन के जवाब में भाजपा नेता किसान सम्मेलन कर कृषि कानून के फायदे से किसानों और लोगों को अवगत करा रहे हैं. वहीं, कृषि कानून को किसानों के हित में बता रहे हैं. हालांकि, विपक्ष के नेता लगातार भापजा के कार्यक्रम को नौटंकी बताते हुए उनपर निशाना साध रहे हैं.


इसी क्रम में सोमवार को बक्सर जिले के राजपुर विधायक विश्वनाथ राम और बक्सर सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस की. पीसी के दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए उनके किसान सम्मेलनों को पूरी तरह से नौटंकी करार दिया. विधायक ने आरोप लगाया है कि भाजपा के किसान सम्मेलनों में केवल पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जुट कर अपने पार्टी की टीआरपी बढ़ा रहे हैं.


कांग्रेस विधायक ने कहा कि भाजपा के किसान सम्मेलनों में एक भी किसान नहीं पहुंच रहे हैं. उन्होंने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा है कि भाजपा ने बक्सर में जो किसान सम्मेलन किया उसमें एक भी किसान नहीं आए. अगर किसान आए हैं तो उनकी लिस्ट चैनलों और समाचार पत्रों के माध्यम से भाजपा सार्वजनिक करें. एमएसपी पर किसानों के धान की खरीदारी नहीं हो रही है. केंद्र सरकार और बिहार सरकार केवल खोखले दावे कर रही है.


वहीं, पीसी के दौरान बक्सर के सांसद पर प्रतिक्रिया देते हुए मुन्ना तिवारी ने कहा कि अश्विनी कुमार चौबे मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए हैं. उन्हें मानसिक आरोग्यशाला या रांची भेजने की जरूरत है. इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री के बयान पर भी जमकर प्रहार किया और सोच समझ कर बयान देने की नसीहत दी.


कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि राज्य और केंद्र की सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है. वहीं, उन्होंने केंद्र सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया कि सरकार यह सार्वजनिक करे कि बिहार और बक्सर के किन-किन पंचायतों में न्यूनतम मूल्य पर किसानों के धान की खरीद हो रही है.


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