मुजफ्फरपुर: कोरोना काल में जहां रोजाना कोरोना मरीजों की मौत हो रही है, इसी बीच बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में राहत देने की वाली खबर सामने आई है. खबर शहर के निजी अस्पताल की है, जहां गुरुवार को गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित दो मरीजों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया. बचने की आस छोड़ चुके मरीजों के इलाज में दिन रात निजी अस्पताल के दो डॉक्टर जुटे हुए थे. नतीजतन दोनों स्वस्थ हो गए. 


भावुक हुए डॉक्टर और मरीज


ऐसे में कल जब उन्हें डिस्चार्ज किया जाने लगा तो वे भावुक हो गए और डॉक्टर के हाथों को पकड़ कर कहा कि आप ही हमारे सुपरस्टार हो. ये कहते हुए मरीज रोने लगे. मरीजों को भावुक होता देख डॉक्टरों ने उनका हौंसला  बढ़ाया और गुलदस्ता देकर उन्हें डिसचार्ज किया. बता दें कि दोनों मरीज जिले के तुर्की और कांटी क्षेत्र के हैं. 


मरीजों के परिजनों ने बताया कि जहां एक ओर पूरे देश में निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से मोटी रकम लेने की बात सामने आ रही है. इसी बीच इस अस्पताल में सरकारी रेट के हिसाब से ही पैसे लिए जा रहे हैं. साथ ही वेन्टीलेटर और अन्य सुविधा का कोई अन्य खर्च भी नहीं लिया जा रहा है.


डॉक्टरों ने कही ये बात


अस्पताल से मरीजों के डिस्चार्ज होने पर भावुक होते हुए डॉ. गौरव वर्मा ने बताया कि 25 अप्रैल से मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया था. उनके स्वस्थ होने पर काफी खुशी मिल रही है. वहीं, अस्पताल में काम कर रहे डॉ. बी मोहन ने बताया कि रातों रात डॉ. गौरव वर्मा और उन्होंने मिलकर ये अस्पताल को खोला और इसमें मरीजों को रखना शुरू किया. उन्होंने बताया कि महीनों से उन्होंने अपने परिजनों से मुलाकात नहीं की है. जबकि खुद उनके दो बेटे कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं. लेकिन उन्हें घर पर ही आइसोलेट किया गया है.


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