आरा: बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है. इन दिनों रोजाना सैकड़ों नए मरीज सामने आ रहे हैं. लेकिन इस परिस्थिति में भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही चरम पर है. बिना जांच किए लोगों को पॉजिटिव बताया जा रहा है, जिस कारण लोगों को काफी मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है.


ताजा मामला बिहार के आरा का है, जहां एक व्यक्ति को बिना जांच किए ही उसे कोरोना पॉजिटिव घोषित कर दिया गया. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. जबकि वह व्यक्ति खुद हैरान है कि बिना जांच आखिर वह पॉजिटिव कैसे पाया गया.


दरअसल भोजपुर के बड़हरा प्रखंड में बबुरा गांव के रहने वाले 70 वर्षीय शिवजनम सिंह को कोरोना पॉजिटिव बताया गया है. उनके घर पर कोरोना की दवाई लेकर पहुंचे स्वास्थ्यकर्मी से जब पूछा गया कि ये कैसी दवा है, तो उसने बताया कि शिवजनम सिंह की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. ये सुनते ही घर वाले हैरान हो गए. आस-पड़ोस में भी शोर मच गया. शिवजनम और उसके घरवालों से लोग दूरी बनाकर रहने लगे.


कोरोना काल में हेल्थ डिपार्टमेंट की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. इस अजीबोगरीब मामले ने सबको हैरान कर दिया. पेशे से फोटोग्राफर शिवजनम सिंह का कहना है कि लोग उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं. दुकानदार समान देने से इनकार कर रहा है. गांव में रहने वाले लोग भी उठने-बैठने से परहेज कर रहे हैं. विभाग की लापरवाही का खामियाजा उनको भुगतना पड़ रहा है.


70 साल के शिवजनम सिंह बताते हैं कि पिछले 11 जुलाई को कोरोना जांच शिविर में वो संक्रमण की जांच कराने गए थे. रजिस्ट्रेशन भी कराया था, काफी देर तक इंतजार के बाद उनका स्वाब नहीं लिया गया, तो वह वापस आ गए. लेकिन हैरानी की बात है कि विभाग की लापरवाही के कारण उन्हें बिना जांच के कोरोना संक्रमित बता दिया गया.


पीड़ित शिवजनम सिंह के बेटे रौशन कुमार सिंह का कहना है कि यह विभाग की बड़ी लापरवाही है. रौशन ने बताया कि उनके पिता जांच कराने जरूर गए थे. लेकिन सिर्फ रजिस्ट्रेशन के बाद वो लौट आए थे क्योंकि जांच शिविर में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. इस कारण उनका नंबर नहीं आ रहा था. काफी देर इंतजार के बाद भी जब भीड़ कम नहीं हुई तो वो वापस अपने घर लौट आए थे.