पटना: कोरोना वायरस के ऑमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर जारी अलर्ट के बीच बिहार में कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने दस्तक दे दी है. प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए पहली बार कोरोना के इस वेरिएंट की किसी संक्रमित व्यक्ति में पुष्टि की गई है. बीते दिनों यूके से लौटे पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी के एक पेशेंट में डेल्टा वेरिएंट पाया गया है. पटना स्थित आईजीआईएमएस के लैब में इसकी जांच की गई. इस बात की जानकारी एबीपी न्यूज को आईजीआईएमएस के सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने दी है.
20 लोगों का लिया गया था सैंपल
बता दें कि बीते दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए उक्त शख्स के सैंपल को जांच के लिए आईजीआईएमएस भेजा गया था. यहां जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए शख्स में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट होने की पुष्टि की गई. उक्त शख्स के अलावा 19 कोरोना पॉजिटिव लोगों का सैंपल लिया गया था. यह सभी बिहार के बाहर किसी दूसरे राज्य या विदेश से आए थे.
स्वास्थ्य विभाग विशेष रूप से अलर्ट
बता दें कि ऑमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग विशेष रूप से अलर्ट है. भारत के बाहर से आ रहे लोगों की एयरपोर्ट पर ही सतर्कता से जांच की जा रही है. वहीं. जिन्हें संक्रमित पाया जा रहा है उनके सैंपल को आईजीआईएमएस पटना में जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए भेजा जा रहा है. अब जीनोम सीक्वेंसिंग जांच रिपोर्ट बताएगी कि कोरोना के लक्षण वाले लोगों में ऑमिक्रॉन वेरिएंट है या नहीं.
इस बाबत स्वास्थ्य मंगल पांडेय ने सोमवार को कहा कि ऑमिक्रॉन वेरिएंट जिन देशों में पाए जा रहे हैं, उन देशों के नागरिकों के आने पर हवाई अड्डे पर उनकी विशेष तरीके से जांच की जाए. इसके अलावा जितने भी लोग विदेश से आ रहे हैं, उनका ऑमिक्रॉन को ध्यान में रखते हुए जांच हो. इसमें अगर कोई पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसका जीनोम सिक्वेंसिंग कराया जाए. इस प्रक्रिया के लिए बिहार में भी अब लैब लग गए हैं, पहले हम सैंपल बाहर भेजते थे. इसमें अगर कोई पॉजिटिव आता है, तो ट्रीटमेंट होगा.
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