सहरसा: देश में एक तरफ कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 ने चिंता बढ़ा दी है तो वहीं सहरसा मॉडल अस्पताल में इसको लेकर लापरवाही बरती जा रही है. बिहार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है लेकिन सहरसा मॉडल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट महीनों से बंद हैं. अस्पताल परिसर में कोरोना के समय में 2021 में ऑक्सीजन प्लांट लगा था.
पटना में कोरोना के दो केस मिले हैं. हालांकि अभी उनमें नए सब वेरिएंट जेएन.1 की पुष्टि नहीं हुई है. बिहार में कोरोना की एंट्री के बीच सहरसा मॉडल अस्पताल में तैयारी जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने ग्राउंड स्तर से जानकारी ली. कुछ चीजों में व्यवस्था ठीक दिखी तो कहीं-कहीं लापरवाही भी दिखी है.
अस्पताल में कोरोना के लिए बनाए गए 30 बेड
सहरसा में कोरोना के फिलहाल एक भी केस नहीं मिले हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देश के बाद यहां तैयारी हो रही है. कोरोना वार्ड बनाया गया है. इसमें फिलहाल 30 बेड की व्यवस्था की गई है. जांच की भी मुकम्मल व्यवस्था कर दी गई है. सबसे बड़ी लापरवाही है कि ऑक्सीजन प्लांट तो है लेकिन महीनों से बंद है.
नीतीश और तेजस्वी पर बीजेपी ने किया हमला
मॉडल अस्पताल में धूल फांक रहे ऑक्सीजन प्लांट को लेकर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह स्थानीय बीजेपी विधायक डॉ. आलोक रंजन झा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पर जमकर हमला किया. कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और खासकर के उप मुख्यमंत्री जो राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं उन लोगों का बिहार में विकास से ध्यान उठ चुका है. कोई प्रधानमंत्री बनने के सपने में हैं तो कोई राज्य का मुख्यमंत्री बनने का सपने देख रहा है. बिहार में स्वास्थ्य विभाग चरमरा गया है. सारी सुविधाएं समाप्त हो चुकी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद देशभर में अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगवाया गया. सहरसा का ऑक्सीजन प्लांट बंद है.
जल्द ठीक होगा बंद पड़ा ऑक्सीजन प्लांट
डीएस डॉ. एसपी विश्वास ने ऑक्सीजन प्लांट को लेकर कहा कि करीब तीन महीने से खराब है. बिहार में लगभग कई जिलों के ऑक्सीजन प्लांट खराब हैं. सीएस ने पत्र भी लिखा है. बहुत जल्द ऑक्सीजन प्लांट ठीक हो जाएगा. कहा कि कोरोना वार्ड के लिए 30 बेड की व्यवस्था करवा दी गई है. जांच की भी व्यवस्था है.