बिहार: शेखपुरा के आइसोलेशन सेंटर से पटना स्थित एनएमसीएच में इलाज कराने आया जमुई निवासी कोरोना पॉजिटिव मरीज रहस्यमय ढंग से गायब हो गया है. परिजनों को उसके गायब होने की जानकारी तब मिली जब मरीज को भर्ती कराने के तीन दिन बाद वे उसे देखने पहुंचे.
दरअसल पूरा मामला यह है कि जमुई के शेखपुरा निवासी रंजीत कुमार कैंसर से पीड़ित हैं, जिसके कैंसर का इलाज 6 माह से मुंबई में चल रहा था. पिछले महीने की 25 तारीख को परिजन मरीज को लेकर महावीर कैंसर संस्थान गए थे, जहां रंजीत की कोरोना जांच हुई और रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद रंजीत को शेखपुरा आइसोलेशन सेंटर में रखा गया.
स्थिति बिगड़ती देख उसे शेखपुरा आइसोलेशन सेंटर से पटना एनएमसीएच रेफ़र कर दिया गया. 3 जुलाई को उसे एनएमसीएच में भर्ती कराया गया. तीन दिन बाद मरीज के परिजन हॉस्पीटल में मिलने गये तो वहां से मरीज लापता था. जिसके बाद से परिजन मरीज को खोजने के लिए अस्पताल से लेकर प्रशासन तक से गुहार लगाते रहे.
किसी ने परिजन की एक न सुनी. तब जाकर मरीज की पत्नी अनिता देवी ने स्थानीय सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से अपनी व्यथा सुनाई, जिसके बाद चिराग ने एनएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा. सीएम नीतीश के नाम लिखे पत्र में चिराग ने पीड़ित परिवार की व्यथा का जिक्र करते हुए मामले में कार्रवाई की मांग की है.
चिराग पासवान ने लिखा है कि उनके संसदीय क्षेत्र के निवासी रंजीत कुमार 6 जुलाई से ही एनएमसीएच से गायब हैं. इस घटना की जानकारी अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीज के परिजनों को नहीं दी गई है, जिसके चलते परिवार वाले बहुत परेशान हैं.
अपने पत्र में चिराग पासवान ने सीएम नीतीश से आग्रह किया है कि लापता मरीज की तलाश की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. बताते चलें कि चिराग ने यह पत्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम एक हफ्ते पहले 19 जुलाई को ही लिखा था. फिर भी मामले को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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