पटनाः तीसरी लहर की आशंकाओं ने स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ा दी है. स्थिति यह हो गई है कि कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू तक लगाना पड़ गया है. तमाम स्थितियों को देखते हुए बिहार सरकार भी तैयारी में जुटी है ताकि हर समस्या से लड़ा जा सके. दूसरी लहर में बिहार में ऑक्सीजन की कमी को लेकर लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी थी. आनन-फानन में इसे दुरुस्त भी किया गया. अब एक बार फिर चुनौती आने वाली है. आईआईटी कानपुर के एक शोध में यह सामने आया है कि फरवरी में तीसरी लहर जोरों पर होगी. जानिए बिहार में क्या कुछ तैयारी है.
बाकि देशों और कई राज्यों में बिगड़ रहे हालात को देखते हुए बिहार सरकार भी तीसरी लहर को लेकर अस्पतालों में व्यवस्था मुकम्मल करने में जुटी है. कहा जा रहा है कि जेनरल वार्ड से लेकर आईसीयू तक तैयार किए गए हैं. वहीं आइसोलेशन सेंटर (Isolation Center) भी तैयार होने लगे हैं. पिछले साल तैयार किए गए पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में फिर से आइसोलेशन सेंटर को चालू करा दिया गया है. इसके अलावा पीएमसीएच में भी सुविधा बढ़ाई गई है.
पीएमसीएच, एम्स, आईजीआईएमएस में तैयारी
बताया जाता है कि तीसरी लहर के लिए बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच (PMCH) में फिलहाल 50 से भी ज्यादा बेड लगा दिए गए हैं. इसमें कुछ आईसीयू भी शामिल हैं. वहीं, पटना एम्स में भी तीसरी लहर को देखते हुए तैयारी की जा रही है. आईजीआईएमएस में भी बेड बढ़ाए जा रहे हैं.
ऑक्सीजन प्लांट का किया गया ट्रायल
बीते गुरुवार को ही अभी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना के प्रभाव को कम करने में सफलता पाई है लेकिन कोरोना आज भी है. अभी भी मरीज मिल रहे हैं. हमें सजग रहने की जरूरत है. इसके लिए टीका लेना और अनावश्यक भीड़-भाड़ करने से बचना चाहिए. इसके लिए आवश्यक निर्देश भी राज्य सरकार ने जारी किए हैं. बिहार में 128 स्वास्थ्य सेवा संस्थानों में ऑक्सीजन प्लांट लगाई गई है, जिसमें 125 जगहों पर ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं जिसकी ट्रायल की जा चुकी है. इसके अतिरिक्त अस्पतालों में ऑक्सीजन टैंक लगाए गए हैं. ऑक्सीजन की कोई कमी न हो इसके लिए पूरी तैयारी की गई है.
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