नाबालिग के साथ रेप और हत्या के आरोपी को कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा, आठ महीने के अंदर आया फैसला
आठ साल की मासूम बच्ची अपने दादा-दादी के घर दरवाजे पर खेल रही थी. तभी पड़ोस में रहने वाला बलिराम सिंह बच्ची को लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति दिखाने के बहाने अपने घर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया.
रोहतास: बिहार के रोहतास जिला न्यायालय में शुक्रवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया गया. आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम हत्या के आरोप में 45 साल के बलिराम सिंह को एडीजे-7 नीरज बिहारी लाल ने स्पेशल पॉक्सो कोर्ट के तहत फांसी की सजा सुनाई है. घटना के आठ महीने के भीतर आरोपी को सजा सुनाना कोर्ट की बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है. वहीं, सजा का एलान होते ही पीड़िता की मां की आंखें नम हो गईं.
आठ महीने के भीतर मासूम बच्ची के गुनाहगार को फांसी की सजा मिलने पर मां ने सजा सुनाने वाले जज के साथ-साथ आरोपी को फांसी की सजा तक पहुंचाने वाले वकीलों और गवाहों को डबडबाई आंखों से धन्यवाद दिया.
दुष्कर्म के बाद कर दी थी हत्या
बता दें कि 14 नवंबर, 2020 को आठ साल की मासूम बच्ची अपने दादा-दादी के घर दरवाजे पर खेल रही थी. तभी पड़ोस में रहने वाला बलिराम सिंह बच्ची को लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति दिखाने के बहाने अपने घर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया. बाद में उसकी हत्या कर उसके शव को काठ के बक्से में डालकर बंद कर दिया.
बच्ची के गायब होने के तीन घण्टे बीत जाने पर बच्ची के दादा-दादी ने इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी. पुलिस बच्ची की खोजबिन करते हुए किसी प्रकार उक्त पड़ोसी के घर जा पहुंची. काफी खोजबीन के बाद काठ के बक्से का ताला तोड़ा गया. बक्से में मासूम बच्ची का कई टुकड़ों में कटा हुआ शव बरामद किया गया था. घटना के बाद पुलिस द्वारा तत्काल आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
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