पटनाः कोरोना वायरस को रोकने के लिए सरकार जोरशोर से तैयारी कर है. इस कड़ी में नई गाइडलाइन के अनुसार अब एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा. इस संबंध में बिहार में कैसे क्या होगा, इसकी तैयारी क्या है इसको लेकर एबीपी की टीम ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से बातचीत की. इसके अलावा युवाओं से भी बात की. पढ़िए उन्होंने क्या कुछ कहा.
एक मई से टीकाकरण होगा, हो रही तैयारीः मंगल पांडेय
मंगल पांडेय ने कहा कि एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाना है. ऐसे में रजिस्ट्रेशन से संबंधित सभी तैयारी की जा रही है. मैन पावर लगेंगे उस दिशा में भी तैयारी की जा रही है. यह प्रयास होगा कि एक मई से टीकाकरण शुरू हो जाए. वैक्सीन का स्टॉक प्रतिदिन या एक दिन बीच कर आता है तो इसका स्टॉक इकट्ठा नहीं कर इसकी आपूर्ति लगातार हो सके इसपर बल दे रहे हैं कि इसका क्रम ना टूटे और स्वभाविक रूप से आपूर्ति भी इसी तरह से होगी.
एक युवा वरुण कुमार ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा यह अच्छी पहल है. सरकार से आग्रह है कि इसके लिए सरकार एक क्राइटेरिया बनाए और सभी सरकारी स्कूलों में टीकाकरण की व्यवस्था करे ताकि भीड़ नहीं लगे. सुविधाजनक टीकाकरण हो. इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाए. सरकार को धन्यवाद देता हूं कि यहां मुफ्त में टीकाकरण की व्यवस्था की गई है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि सभी लोग टीका लें.
युवा कर रहे लोगों से अपील- घर में रहें, सुरक्षित रहें
विकास कुमार ने बताया कि अभी जो फैसला लिया गया है यह ठीक है पर अभी जो स्थिति बनी हुई है ना बेड की व्यवस्था है ना दवा की और ना ऑक्सीजन मिल रहा है तो इसके लिए सरकार क्या कर रही है? लोगों से अपील है कि आप घर पर रहें सुरक्षित रहें और घर से मास्क पहनकर ही निकलें. एक दूसरे युवा मोहित कुमार ने कहा कि यह काम सरकार को पहले करना चाहिए था. सबसे बड़ी चीज है कि इस काम के लिए ग्राउंड स्तर पर कैसे क्या होता है यह जरूरी है. सरकार से मेरी अपील है कि हर काम अस्पताल के भरोसे संभव नहीं है तो इसे एक संस्था या किसी भी शिक्षक के माध्यम से इसको ज्यादा लोगों तक लेकर जाए. जिस तरह पटना में खान सर ने टीका को लेकर एक वीडियो बनाया है उसी तरह के चेहरे को आगे लेकर आना होगा जिससे लोग जागरूक हों और टीका लें.
मैनपुरा के रहने वाले बब्लू कुमार ने कहा “सरकार से अनुरोध है कि जो भी निर्णय लिए जा रहे हैं वह धरातल पर भी होना चाहिए. सरकार कह रही है कि बेड की कहीं कमी नहीं है पर अस्पताल में स्थिति कुछ और ही है. लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ रहे हैं तो ऐसी विपदा दोबारा नहीं आने वाली है. सरकार को इस मसले पर पहले से जागने की जरूरत थी जो अब जाग रही है. ऑक्सीजन को लेकर तो इस स्थिति में सभी भेदभाव को दूर कर इससे निपटने की जरूरत है. ऑक्सीजन अभी संजीवनी है और इसकी उपलब्धता पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. सरकार दावे करती है पर एक पूर्व सांसद पप्पू यादव हैं जाते हैं तो यह दिखा देते हैं कि कहां क्या व्यवस्था है.”
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