पटना: सीपीआई (एमएल) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के सवालों, मुद्दों पर चर्चा से भाग रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि वे बीजेपी से अलग होने का दावा करते हैं तो उनकी राजनीति भी अलग दिखनी चाहिए, लेकिन हम सब देख रहे हैं कि मोदी सरकार की तर्ज पर ही आज बिहार में तानाशाही का विस्तार हो रहा है. पटना में भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र से लेकर बिहार तक पार्लियामेंट व विधानमंडलों की नई बिल्डिंगें बनाई जा रही हैं, लेकिन अंदर से लोकतंत्र को खोखला किया जा रहा है.


दीपांकर भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार एक तानाशाह की भाषा बोलने लगे हैं, जबकि वे खुद छात्र आंदोलन की उपजे हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रति जो प्रधानमंत्री नरेंद मोदी सरकार का रूख है, वही नीतीश सरकार का है.


18 मार्च को विधानसभा मार्च की योजना- दीपांकर भट्टाचार्य


किसान आंदोलन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश में किसान महापंचायतों का आयोजन हो रहा है. बिहार में भी 11 मार्च को बिहटा में किसान सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने इन सवालों पर पूरे राज्य में 11 से 15 मार्च तक किसान यात्राओं का आयोजन करने का निर्णय किया है. 18 मार्च को विधानसभा मार्च की योजना बनाई गई है, जिस पर महागठबंधन के दलों से बातचीत चल रही है.


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