सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया है. गांव के ही कुछ लड़कों ने दलित नाबालिग का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया. फिर, घटना के संबंध में पीड़िता किसी को कुछ कहे ना, इस कारण दरिंदों ने उसका वीडियो बनाकर उसे वायरल कर देने की धमकी दी. इस मामले में पीड़िता के परिजन ने सदर थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस ने ससमय नहीं की कार्रवाई
हालांकि, इस मामले में सदर थाना पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने में टालमटोल करने की भी बात सामने आई है. थाना में दिए आवेदन में पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी 19 मार्च से ही लापता थी. काफी खोजबीन के बाद जानकारी मिली कि गांव के ही कुछ लोग उसे उठा कर अपने साथ ले गए हैं. ऐसे में उन्होंने थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई. लेकिन पुलिस ने मामले में टालमटोल कर उन्हें लौटा दिया.
गांव के पास पीड़िता को छोड़ा
इसी बीच पीड़िता को आरोपियों ने 22 मार्च को गांव के ही पास छोड़ दिया, जिसके बाद बदहवास पीड़िता ने घर पहुंच कर मामले की जानकारी परिजनों को दी. पीड़िता के पिता की मानें तो गांव के ही बेचन ठाकुर के बेटे जगदीश ठाकुर ने अपने 4-5 मित्रों के साथ मिलकर उनकी बेटी का अपहरण किया और उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया.
इधर, इस मामले में पुलिस ने लड़की के बरामद होने के दो दिनों बाद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू की, जिससे अब रेप पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद न के बराबर है. सदर एसडीपीओ इंद्र प्रकाश ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जल्द ही आरोपी पुलिस के गिरफ्त में होंगे.
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