पटना: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर अलग-अलग देशों में महंगाई के रूप में देखा जा रहा है. दोनों देशों के बीच जारी जंग के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दामों में भारी वृद्धि हुई है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 130 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है. जुलाई 2008 के बाद अब ही इतने दाम बढ़े हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम बढ़ने के कारण भारत में जल्द पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ सकते हैं.
पेट्रोल पंप पर दिख रही लंबी लाइन
बता दें कि 10 मार्च को यूपी, पंजाब समेत पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ सकते हैं. पिछले साल दिवाली के समय से अब तक पेट्रोल डीजल के दाम देशभर में नहीं बढ़े हैं. इसका मुख्य कारण पांच राज्यों में होने वाला विधानसभा चुनाव बताया जा रहा है. लेकिन दो दिनों बाद चुनाव के नतीजे आने वाले हैं, ऐसे में लोग गाड़ी की टंकी फुल कराने में जुटे हुए हैं. पटना के बोरिंग रोड पर स्थित पेट्रोल पंप पर मंगलवार को पेट्रोल-डीजल लेने के लिए लोगों की लंबी लाइनें देखने को मिली.
स्कूटर, मोटरसाइकिल, चार चक्का (कार) में लोग टंकी फुल कराते दिखे. पेट्रोल-डीजल ले रहे लोगों का कहना है कि उन्हें लग रहा है कि चुनावी नतीजों के बाद सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ा सकती है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ी है. लोगों ने कहा कि वे लोग टंकी फुल कराने आए हैं, ताकि दाम बढ़ने से पहले पेट्रोल ले ली जाए. आम लोगों का कहना है कि 15-20 रुपए तक दाम बढ़ते चले जाएंगे.
अभी 110 रुपये लीटर है पेट्रोल
पेट्रोल पम्प पर मौजूद पेट्रोल पंप के कर्मचारी ने कहा कि पिछले दो दिनों से भारी संख्या में लोग लगातार पेट्रोल डीजल लेने आ रहे हैं. सुबह से ही लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं क्योंकि सभी को आशंका है कि दाम तेजी से बढ़ने शुरू हो जाएंगे. पेट्रोल पंप कर्मचारी ने बताया कि अभी पटना में 110 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल और 91 रुपये लीटर डीजल है.
बता दें इरान की ओर से कच्ची तेल की आपूर्ति बाधित होने, अमेरिका व पश्चिमी देशों की ओर से रूस के कच्चे तेल की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाने की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्ची तेलों की कीमतों में इजाफा हुआ है, जिसका असर आने वाले दिनों में दिखेगा.
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