पटना : दरभंगा एयरपोर्ट का नामांकरण का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. लंबे इंतजार के बाद मिथिलांचल वासियों को इस साल दीपावली से पहले मिली एयरपोर्ट की सौगात अब नामकरण को लेकर विवादों में फंसता नजर आ रहा है. बताते चलें कि इस एयरपोर्ट का अभी तक नामांकरण नहीं हुआ है और नाम नही रखे जाने से लोग अपनी सहूलियत से नामकरण के लिए लगातार सरकार को ज्ञापन सौंप रहे हैं.
पहले कवि विद्यापति के नाम पर एयरपोर्ट के नामकरण का प्रस्ताव आया तो अब दरभंगा एयरपोर्ट का नाम महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह के नाम पर करने को लेकर लोगों ने मांग उठानी शुरु कर दी है. इस कड़ी में अब केवटी के जिला परिषद सदस्य समीम उल्ला खान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम से मिलकर महाराजा कामेश्वर सिंह के नाम पर एयरपोर्ट का नामांकरण किए जाने की मांग की है.
250 लोगों से हस्ताक्षर के साथ सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह के नाम पर एयरपोर्ट का नाम रखा जाए. बिहार सरकार की ओर से दरभंगा एयरपोर्ट का नाम कवि विद्यापति के नाम पर रखे जाने को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है. भारत सरकार ने विभिन्न राज्यों में हवाई अड्डा का नाम दानदाताओं के नाम पर किया है. मुम्बई में छत्रपति शिवाजी महाराज, अगरतला में महराज वीर विक्रम, भोपाल में राजा भोज, कोल्हापुर में छत्रपति राजाराम महाराज, पुणे में छत्रपति संभाजी राजे एवं उदयपुर में हवाई अड्डा का नाम महराणा प्रताप के नाम से है.
ज्ञापन इस बात को भी इंगित किया गया है कि दरभंगा हवाई अड्डा के नामकरण को लेकर नेताओम द्वारा खुलकर राजनीति की जा रही है, जो यह न्याय संगत नहीं है. दरभंगा हवाई अड्डा का नाम महराजाधिराज कामेश्वर सिंह के नाम पर ही होना चाहिए. सन 1962 में भारत चीन युद्ध के दौरान करीब एक सौ एकड़ जमीन, 15 मन सोना समेत तीन हवाई जहाज भारत सरकार के उपयोग के लिए महाराजाधिराज ने दिया था. उनके योगदान को याद रखते हुए एयरपोर्ट का नामकरण उनके नाम पर हीं होना चाहिए.
बताते चलें कि दरभंगा हवाई अड्डा समेत अन्य कई संस्थानों का नाम महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह के नाम पर करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्री व अन्य को विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने पत्र भी भेजा है.