पटनाः दरभंगा स्टेशन पर पार्सल ब्लास्ट मामले में इमरान खान और नासिर खान को लेकर एनआईए की टीम शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट पहुंची. इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. दोनों रिश्ते में खास भाई लगते हैं. पटना एयरपोर्ट पर लाने के दौरान यहां पूरी तरह से सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. बिहार एटीएस की टीम भी पटना एयरपोर्ट पर पहुंची थी. बताया जा रहा कि एटीएस की टीम अब एनआईए को दरभंगा पार्सल बम ब्लास्ट मामले में सहयोगी करेगी.


दरअसल, 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सिकंदराबाद से आए कपड़े के बंडल वाले पार्सल में ब्लास्ट हुआ था. एटीएस मामले की जांच कर रही थी. बाद में मामला एनआईए को सौंप दिया गया था. इस मामले में एनआईए की टीम ने हैदराबाद से दरभंगा ब्लास्ट प्रकरण में इमरान खान और नासिर खान को गिरफ्तार किया था.


इन दोनों पर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ संबंध होने और दरभंगा ब्लास्ट के आरोप लगे हैं. इमरान और नासिर कैराना नगर के मोहल्ला कायस्थवाड़ा के रहने वाले हैं. गुरुवार को पकड़े गए दोनों आरोपितों नासिर और इमरान के पिता मूसा खान सामने आए हैं.


खुफिया विभाग की महिला अधिकारी पर लगाए आरोप


मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उसका बेटा नासिर खान रॉ या आईबी विभाग की एक महिला अधिकारी के पास काम करता था. कई साल पहले रॉ या आईबी (उन लोगों ने ही) की तरफ से उसके बेटे को पाकिस्तान में भी भेजा गया था. उसका दूसरा बेटा इमरान खान भी अपने भाई नासिर के साथ रॉ या आईबी के लिए काम कर रहा था. रिटायर्ड फौजी मूसा खान ने रॉ की एक महिला अधिकारी पर अपने दोनों बेटों को फंसाने के आरोप लगाएं हैं.


वहीं उन्होंने कहा कि उसने भारतीय फौज में रहकर देश की सेवा की है और देश के लिए अनेकों लड़ाई लड़ी हैं. जिसके लिए भारत सरकार ने उनको 7 बार मेडल भी दिए हैं. दोनों आरोपी के पिता मूसा खान ने कहा कि अगर उसके बेटे दोषी पाए जाते हैं तो उनको बेशक गोलीयां मार देनी चाहिए. वह उनके साथ नहीं हैं. वह अपने देश के साथ खड़े हैं और उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. अगर उनके बेटे निर्दोष हैं तो उनको छोड़ देना चाहिए.


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