दरभंगा: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के शनिवार को दरभंगा आने को लेकर मिथिला के मखाना और माछ पर चर्चा की उम्मीद के लिए किसान और मत्स्य पालक उत्साहित हैं. जेपी नड्डा के साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष डॉ.संजय जायसवाल समेत कई नेता किसानों से इस विषय पर संवाद करेंगे.


सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जाएगा ख्याल


बीजेपी के इस कार्यक्रम के मद्देनजर मखाना अनुसंधान केंद्र, दरभंगा में पंडाल बनाया गया है. पंडाल इस तरह से डिजाइन किया गया है कि उसमें भी बेेवजह भीड़ न लगे और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जा सके.


मखाना के विकास के लिए एनडीए तत्तपर


इस संबंध में दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने बताया कि मखाना के विकास के लिए एनडीए सरकार हमेशा तत्पर रही है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में मखाना के विकास के लिए राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र की स्थापना दरभंगा में हुई थी. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मखाना उद्योग को बढ़ावा दिया इसकी ब्रांडिंग ग्लोबल स्तर पर करने की बात की जा रही है.


कांग्रेस पर साधा निशाना


उन्होंने बताया कि इसके लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत दस हजार करोड़ की राशि माइक्रो फूड इंटरप्राइजेज (एमएफएस) के लिए दिया गया है ताकि मखाना सहित कई लोकल उत्पादों को बढ़ावा मिले. वहीं कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन के साथ कांग्रेस की सरकार ने दरभंगा स्थित राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र का राष्ट्रीय दर्जा हटा लिया था.


जेपी नड्डा किसानों के साथ करेंगे संवाद


साथ ही उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी का अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा पहली बार मिथिला के केंद्र दरभंगा आ रहे हैं. उनके आने से मिथिला के मखान उत्पादकों और मत्स्य पालकों के विकास की राह आसान होगी. इस विषय पर जेपी नड्डा किसानों से संवाद करेंगे.


मखाना की जीआई टैगिंग "मिथिला मखान" से करने की कवायद जारी


उन्होंने बताया कि मखाना की जीआई टैगिंग "मिथिला मखान" के नाम से करने की भी कवायद चल रही है. वहीं मखाना अनुसंधान केंद्र को फिर से राष्ट्रीय दर्जा मिले इसके लिए लोकसभा में सवाल उठाया गया था. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को इस बारे में पत्र भी लिखा है वहीं मखाना की जीआई टैगिंग " मिथिला मखान "के नाम से किए जाने के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को भी पत्र लिखा गया है और वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बात भी की है. यह दोनों काम भी शीघ्र होंगे .