दरभंगा: बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा (Sanjay Jha) एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को दरभंगा पहुंचे. दरभंगा एयरपोर्ट (Darbhanga Airport) के विकास में हो रही देरी पर केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि जिस एयरपोर्ट को उड़ान योजना के तहत देशभर में सर्वोच्च स्थान मिला हो और जहां से बड़ी संख्या में लोग उड़ान भरते हैं, उस एयरपोर्ट पर अगर यात्रियों को बैठने के लिए प्लास्टिक की कुर्सी नसीब हो. इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बातें और क्या हो सकती हैं. यहां के यात्री पटना से दोगुने किराए पर सफर करने को मजबूर हैं.
अभी तक टेंडर नहीं निकाला गया है- संजय झा
संजय झा ने कहा कि केंद्र पहले कहती थी कि बिहार सरकार जमीन नहीं दे रही है, अब जमीन दे दिया तो काम नहीं हो रहा है. अभी तक टेंडर नहीं निकाला गया है. मैंने इस मामले को एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात भी की थी और उनसे कहा कि, हमलोग जमीन दे रहे हैं. शीघ्र टेंडर निकलवा दीजिएगा, ताकि लोगों को इसका लाभ जल्द से जल्द मिल सके. बिहार सरकार तो फरवरी में ही जमीन भी दे दी. इसके बाद भी देरी किस बात की हो रही है? टेंडर निकाल कर काम शुरू होना चाहिए.
दरभंगा एयरपोर्ट पर सुविधाओं की है समस्या
बात दें कि, उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट से अब तक 14 लाख यात्री सफर कर चुके हैं. लाखों रुपये की राजस्व वसूली भी हो चुकी है. इसके बावजूद भी यात्रियों के लिए न ही टर्मिनल बनाई जा सकी है और न ही एयरपोर्ट पर मिलने वाली बेहतर सुविधाएं ही मिल सकी हैं. वही कुछ दिन पहले भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने दरभंगा एयरपोर्ट को सभी सुविधाओं से लैस करते हुए इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की मांग की थी.
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