दरभंगा: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने दरभंगा शहरी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का बाइक से दौरा किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की आर्थिक मदद भी की. लेकिन पप्पू यादव का उस वक्त पसीना छूट गया, जब बाढ़ पीड़ितों के बीच रुपये बांटने की खबर पहुंची. खबर पाकर सैकड़ों लोग मौके पर पहुंचे और चिल्लाने लगे, " हमें भी दो, हम बाढ़ पीड़ित है." भीड़ ने पप्पू यादव को घेर लिया, जिसके बाद किसी तरह पप्पू यादव वहां से निकल पाए.


बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करने गए पप्पू यादव राज्य सरकार पर जमकर बरसे और आंदोलन की बात कही. पप्पू यादव ने कहा, " बाढ़ प्रभावित इलाकों में बिहार सरकार ने किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की है. सभी को भगवान भरोसे मरने के लिए छोड़ दिया गया है."


जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा, " बाढ़ के कारण कई घर टूट गए हैं. दो-दो, तीन-तीन दिनों से घरों में खाना नहीं बना है. इतनी दयनीय स्थिति है कि मैं तो सोच कर परेशान हूं. शहर की इतनी बुरी स्थिति है, चारों तरफ पानी ही पानी है. लेकिन सरकार चुनाव कराने में मस्त है. इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है? "


उन्होंने नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार चौक-चौराहे पर बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर कह रही है कि पानी से मुक्ति दिलाएंगे. सरकार प्रचार में करोड़ों रुपए खर्च करेगी, लेकिन गरीब जनता की खबर लेने वाला कोई नहीं है.


पप्पू यादव ने कहा कि यही हालात बिहार के 70 लाख लोगों की है. स्कूल में जो बाढ़ पीड़ित रह रहे हैं, उन्हें दो-दो दिनों तक खाना नहीं मिल रहा है. लोगों की स्थिति बुरी है और यह लोग वर्चुअल और डिजिटल रैली कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता को इसी स्कूल में एक सप्ताह रखा जाए, तब उन्हें पता चलेगा कि मुश्किल हालातों का दर्द क्या होता है. यहां के हालात अच्छे नहीं है. इसलिए हमने अपने लोगों को कहा कि इसके लिए आंदोलन की शुरुआत की जाए.