बिहार के पैतृक गांव पहुंचा IPS अधिकारी हर्षवर्धन का पार्थिव शरीर, चाचा बोले- 'आज रोशन समाप्त हो गया'
IPS Harsh Vardhan Singh Death: हर्षवर्धन सहरसा जिले के काशनगर ओपी थाना क्षेत्र के फतेहपुर पड़रिया गांव के रहने वाले थे. कर्नाटक में हुए सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई थी.
IPS Officer Death in Accident: कर्नाटक के हासन जिले में अपनी पहली तैनाती को लेकर कार्यभार संभालने जा रहे आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह की बीते रविवार (01 दिसंबर) को मौत हो गई थी. वे मूल रूप से बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले थे. घटना के बाद उनके पार्थिव शरीर को गांव लाया गया. मंगलवार (03 दिसंबर) को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. वे महज 26 साल के ही थे.
गांव पहुंचा पार्थिव शरीर तो गमगीन हुआ माहौल
अंतिम विदाई देने से पहले सलामी दी गई. इस दौरान डीआईजी मनोज कुमार, एसपी हिमांशु कुमार सहित कई अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे. हर्षवर्धन के छोटे भाई आनंद वर्धन ने मुखाग्नि दी. हर्षवर्धन सहरसा जिले के काशनगर ओपी थाना क्षेत्र के फतेहपुर पड़रिया गांव के रहने वाले थे. जैसे ही पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो माहौल गमगीन हो उठा.
दशहरा के पहले अपने गांव आए थे हर्षवर्धन सिंह
हर्षवर्धन के रिश्ते में लगने वाला चाचा ने कहा, "ये हमारे घर का दीप था, रोशन था, जो आज समाप्त हो गया. कैसे समाप्त हुआ इसकी समीक्षा सरकार कर सकती है. आज हम लोग का दीप बुझ गया. ये दशहरा के पहले आए थे. दो दिन रुके थे. फिर ननिहाल गए थे. वहां से वापस चले गए थे. इनके पिता मध्य प्रदेश में नौकरी करते हैं तो कभी कभी आते हैं."
कैसे हुआ था हादसा?
बता दें कि हर्षवर्धन सिंह रविवार को कर्नाटक के हासन जिले में पहली पोस्टिंग के लिए जा रहे थे. इस दौरान हासन जिले के किट्टाने के पास टायर फट गया. गाड़ी के चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया. गाड़ी सड़क किनारे घर और एक पेड़ से टकरा गई. इस घटना में हर्षवर्धन सिंह की मौत हो गई. चालक को मामूली चोट आई. आईपीएस अधिकारी के पिता अखिलेश प्रसाद सिंह मध्यप्रदेश में ही एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं. उनके छोटा भाई आनंद वर्धन इंजीनियर (आईआईटी) हैं. वे यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- CHO के 2000 पदों से नीतीश कुमार और BJP को कमाने थे 100 करोड़? तेजस्वी यादव बोले- युवाओं के साथ खेल