मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में शुक्रवार को लोगों के कंगना रनौत के खिलाफ प्रदर्शन किया. स्वतंत्रता सेनानियों की खून के बदले 1947 मिली आजादी को भीख बताकर बॉलीवुड अदाकारा बुरी तरह फंस गई हैं. बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहनी वाली कंगना को अपने इस बयान की वजह से काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इसी क्रम में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में लोगों द्वारा शहीद स्मारक स्थल से एक आक्रोश मार्च निकाली गई. 


इस दौरान आजादी वाले बयान से नाराज लोगों ने अभिनेत्री की तस्वीर पर कालिख पोती और विरोध जताते हुए पुतला दहन कर उनसे पद्मश्री वापस लेने की मांग की. स्थानीय संगठन द्वारा निकाले गए विरोध मार्च के दौरान संगठन के सदस्य तमन्ना हाशमी ने बताया कि देश के लिए कुर्बानी देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की सम्मान को ठेस पहुंचाने का हक किसी को नहीं है. कंगना रनौत का यह बयान देश विरोधी है. भारत की सरकार अभिलंब उनके पद्मश्री सम्मान को वापस ले, नहीं तो संगठन आगे चलकर बड़ा विरोध प्रदर्शन करेगी.


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दरसअल, बुधवार को कंगना रनौत ने निजी समाचार चैनल पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 1947 में मिली भारत की आज़ादी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि 1947 में भारत को जो आज़ादी मिली थी वो आज़ादी नहीं भीख थी. असली आज़ादी हमें साल 2014 में मिली है. उनके इसी बयान पर बवाल मचा हुआ है.



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