पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) ने छठ पर्व (Chhath2022) के अवसर पर राजधानी पटना के दीघा घाट पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. इसके साथ ही लोक आस्था के पर्व छठ का समापन हो गया. तेजस्वी यादव ने रविवार को पटना के मीनार घाट पर छठव्रतियों के साथ अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया था. वहीं उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) छठ पर्व अपने पैतृक गांव फुलवरिया में मनाया.


क्या कहा है तेजस्वी यादव ने  


अर्घ्य देने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, "हमारी सरकार की तरफ से छठ के लिए पूरी व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि लोगों को तकलीफ न हो. हमारी कोशिश है कि अगले साल लोगों को और बेहतर व्यवस्था दी जाए." 






राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर इस बार छठ पर्व नहीं मना गया. उनके बड़े बेटे और बिहार सरकार में वन-पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव ने अपने पैतृक गांव गोपालगंज के फुलवरिया में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया. उन्होंने वहां घाटों का निरीक्षण भी किया था. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ''अपने पैतृक फुलवरिया गांव में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर समस्त देशवासियों के लिए सुख,शांति और समृद्धि की कामना किया.''


लोक आस्था का महापर्व छठ


बिहार लोक आस्था के महापर्व छठ में रंगा हुआ नजर आया. इस दौरान बिहार में छठ पर्व को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिला. घाटों पर आस्था का जन सैलाब उमड़ा. उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ का व्रत करने वाले लोग अपना 36 घंटे का निर्जला उपवास तोड़ेंगे. 


इससे पहले रविवार को पटना समेत बिहार के अन्य जिलों के घाटों पर छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की उपासना की. छठ का व्रत करने वाले लोग खरना के बाद से ही 36 घंटे का उपवास रखते हैं. इस दौरान वो पानी भी नहीं पीते हैं. अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बड़ी संख्या में व्रत करने वाले लोग घाटों पर पहुंचे. 


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