पटना: एनडीए सरकार में इस बार सरकार कई नए चेहरों को नई और बड़ी जिम्मेवारी मिली है. वहीं, सूबे की राजनीतिक घटनाक्रम भी तेजी से बदल रही है. ऐसे में जनता राजनीति में हो रहे हर एक फेरबदल पर अपनी निगाहें टिका रखी हैं. इधर, एनडीए नेता लगातार गठबंधन में सब कुछ सामान्य होने का दावा कर रहे हैं.


इसी क्रम में गुरुवार को सूबे के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जो हमारा एजेंडा है, उस पर हमलोग गंभीरता से काम कर रहे हैं. उन्होंने यह दावा करते हुए कहा कि नए साल में बिहार की राजनीति में कोई फेर बदल नहीं होगा. इसके बजाय बिहार के लोगों को हर योजना का लाभ दिलाया जाएगा. कौन क्या बोलता है इससे एनडीए को फर्क नहीं पड़ता है. बिहार की जनता केवल काम पसंद करती है, जो वो लोग कर रहे हैं. पटनावासियों को मेट्रो का लाभ दिलाये जाने को लेकर उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमलोगों ने समीक्षा की है और इसपर काम भी किया जा रहा है.


वहीं, विपक्ष पर निशाना साधते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्ष बिहार विधानसभा के एक्जिट पोल से बाहर नहीं निकल पाया है. उन्हें सत्ता में आने की जल्दी है. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के कार्यकाल को लोगों ने देखा ही है. लोगों को पता है कि सत्ता में आने के बाद बिहार के लोगों के साथ उनका क्या रवैया होता है. तेजस्वी के गायब होने की सवाल पर तारकिशोर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहां गायब हैं, इसकी खबर तो उनकी पार्टी को भी नहीं है, तो मुझे कहां से होगी.


गौरतलब है कि बिहार विधमसभा चुनाव में रोजगार एक अहम मुद्दा रहा है. जनता रोजगार को लेकर सरकार की तरफ नजरे जमाई हुई है. ऐसे में बीजेपी कोटे के मंत्री जीवेश मिश्रा ने भी बिहार में युवाओं के लिए नए साल में रोजगार की बहार लाने का दावा कर रहे हैं. जीवेश मिश्रा ने कहा कि नए साल में युवाओं को रोजगार दिलाई जा सके इसको लेकर काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भले ही विरोधी पार्टी की नजर काम के बजाय दूसरे जगह है. लेकिन सरकार नए वर्ष में लोगों को खास तौफा देने की योजना बना रही है.


इधर, आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने चुटकी लेते हुए कहा कि सरकार भले ही नए साल में बिहार के युवाओं को रोजगार दिलाने की बात कह रही है. लेकिन एनडीए की सरकार में अभी नाराजगी चल रही है. अरुणाचल में जेडीयू के 6 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से दोनों में नाराजगी चल रही है.


उन्होंने कहा कि दोनों की लड़ाई जनता के सामने है. अब बिहार की जनता भी अब बदलाव चाहती है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की स्थिति बहुत खराब होते जा रही है. वह कुर्सी के कारण अपमानित हो रहे हैं. अब नीतीश कुमार को अपनी आवाज सुननी चाहिए.